उत्तर-पश्चिम भारत में शुष्क रहेगा मौसम, ओडिशा में भारी बारिश का अलर्ट

अगले 24 घंटों के भीतर गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर तथा उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई हो सकती है।
उत्तर-पश्चिम भारत यानी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम शुष्क रहने वाला है।
उत्तर-पश्चिम भारत यानी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम शुष्क रहने वाला है।
Published on
Summary
  • ओडिशा में ऑरेंज अलर्ट – भारी से अति भारी बारिश (115.6–204.4 मिमी) और जलभराव का खतरा।

  • येलो अलर्ट – असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना में मध्यम से भारी बारिश।

  • तेज हवाएं और वज्रपात – अंडमान-निकोबार व तटीय आंध्र प्रदेश में 40–50 किमी प्रति घंटा रफ्तार से हवाएं चलेंगी।

  • उत्तर-पश्चिम भारत शुष्क – राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व हिमाचल प्रदेश में मौसम शुष्क, दिन का तापमान बढ़ेगा।

भारत में धीरे-धीरे दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है और इसके साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। कुछ क्षेत्रों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है, तो वहीं उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश इलाकों में मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है। इस बीच बंगाल की खाड़ी में नए कम दबाव के क्षेत्रों के बनने की प्रक्रिया भी जारी है, जिससे पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में आगामी दिनों में भारी बारिश की संभावना बढ़ गई है।

आज, 22 सितंबर, 2025 को जारी मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 24 घंटों के भीतर गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई हो सकती है

स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग

मौसम की सबसे अहम गतिविधि बंगाल की खाड़ी में देखी जा रही है। यहां एक ऊपरी हवाओं का चक्रवातीय प्रसार बना हुआ है, जिसकी वजह से अगले 12 घंटों में उत्तर बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। अन्य मौसमी प्रणालियों में देश के कुछ अन्य हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। जिससे दक्षिण और मध्य भारत में बारिश के आसार बने हुए हैं। साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है

इन सभी मौसमी गतिविधियों का असर पूरे देश के मौसम पर पड़ रहा है। आज, 22 सितंबर, 2025 को ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश होने का अंदेशा है। विभाग ने बारिश के लिए यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ओडिशा में 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है। इससे वहां के तटीय और निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति भी बन सकती है।

वहीं आज, असम और मेघालय, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, गुजरात, केरल और लक्षद्वीप, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना और पश्चिमी मध्य प्रदेश में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है, यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है।

मौसम विभाग की मानें तो इन इलाकों में भारी बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने और आंधी-तूफान की स्थिति भी बन सकती है।

आंधी-तूफान और वज्रपात का अंदेशा

आज, 22 सितम्बर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तटीय आंध्र प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने के आसार हैं। वहीं आज, झारखंड, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, रायलसीमा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने तथा बौछारें पड़ने व वज्रपात होने की आशंका जताई गई है

वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, केरल, कोंकण और गोवा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।

उत्तर-पश्चिम भारत में शुष्क रहेगा मौसम

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत यानी पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम शुष्क रहने वाला है। यहां दिन के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी, जबकि रातें अपेक्षाकृत ठंड महसूस हो सकती है।

किसानों और लोगों के लिए सलाह

मौसम विभाग ने ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित इंतजाम करने की सलाह दी है, क्योंकि आने वाले दिनों में भारी बारिश और तेज हवाओं से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।

जिन इलाकों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने के आसार हैं, वहां लोग खुले मैदान में जाने से बचें और सुरक्षित स्थान पर रहने का भी सुझाव दिया गया है। तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में दबाव क्षेत्र बनने से समुद्र उग्र हो सकता है।

कुल मिलाकर 22 सितंबर, 2025 का मौसम भारत में विविधता से भरा हुआ है। एक ओर जहां उत्तर-पश्चिम भारत में शुष्क मौसम है और मानसून विदाई की ओर है, वहीं पूर्वी और दक्षिणी भारत में बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के क्षेत्रों की वजह से भारी बारिश हो सकती है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 21 सितंबर, 2025 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में छत्तीसगढ़ के दुर्ग में न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 21 सितंबर, 2025 को ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, गुजरात तथा पश्चिम मध्य प्रदेश के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना और केरल और माहे में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 21 सितंबर, 2025 को पूर्वी राजस्थान के उदयपुर में 5 सेमी, ओडिशा के संबलपुर में 4 सेमी, असम और मेघालय के बारापानी में 4 सेमी, शिलांग में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के श्री निकेतन में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।

वहीं कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के विशाखापत्तनम में 2 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के आइजोल में 2 सेमी, केरल और माहे के पुनालुर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

Related Stories

No stories found.
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in