
🔴 सौराष्ट्र-कच्छ और पश्चिमी राजस्थान में भीषण बारिश का रेड अलर्ट, 204.5 मिमी से अधिक पानी बरसने की चेतावनी।
🟠 पूर्वी राजस्थान व गुजरात के कई हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट, 115–204 मिमी बारिश संभव।
🟡 मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में येलो अलर्ट, तेज बारिश और तूफानी हवाओं का अंदेशा।
⚠️ बाड़मेर, जालोर, बनासकांठा, पाटण और कच्छ में फ्लैश फ्लड का खतरा।
🚨 लोगों को सतर्क रहने की अपील, नदी-नालों से दूरी बनाएं, फसलों के खेतों से पानी की निकासी व्यवस्था करें।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आठ सितंबर, 2025 की सुबह को जारी अपने ताजा अपडेट में चेतावनी देते हुए कहा है कि उत्तर गुजरात और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना डीप डिप्रेशन लगातार सक्रिय है और अगले 24 घंटों तक इसका असर सबसे ज्यादा गुजरात और राजस्थान पर देखने को मिलेगा।
इसके धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ते हुए कच्छ, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान होते हुए पाकिस्तान की ओर बढ़ने के आसार हैं। इस बात का अनुमान लगाया है कि आज, आठ सितंबर की दोपहर तक यह कमजोर पड़कर डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है।
मानसूनी ट्रफ डीप डिप्रेशन से होते हुए देश के विभिन्न हिस्सों से होकर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है, जिनका असर पूरे देश के मौसम पर पड़ रहा है।
इन सभी मौसमी गतिविधियों के चलते आज, आठ सितंबर, 2025 को कई राज्यों में गरज के साथ बारिश, बिजली गिरने और तूफानी हवाओं के चलने के आसार हैं। वहीं आज, सौराष्ट्र और कच्छ तथा पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों में गरज के साथ भारी से अति भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भीषण बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। इन दोनों राज्यों में बारिश के लिए रेड अलर्ट तथा 2024.5 मिमी से अधिक बारिश का पूर्वानुमान है।
जबकि आज, पूर्वी राजस्थान और गुजरात के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है, विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं आज, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल, इन सभी राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, आठ सितंबर, 2025 को आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख तथा विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में आंधी-तूफान के बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
इन राज्यों में फ्लैश फ्लड का खतरा
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर और जालोर जिलों, गुजरात के बनासकांठा और पाटण जिलों तथा पूरे कच्छ के इलाकों में जलभराव व अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया है।
विभाग ने कहा है कि सौराष्ट्र और कच्छ, गुजरात तथा राजस्थान इस समय मानसून के सबसे ज्यादा असर में हैं। लगातार हो रही भारी से अति भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। साथ ही, पूर्वी-मध्य भारत और उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी तेज बारिश और आंधी-तूफान के आसार हैं। आने वाले 24 घंटे देश के कई राज्यों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। ऐसे में सावधानी और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।
क्या-क्या सावधानियां जरूरी हैं?
मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि प्रभावित जिलों में रहने वाले लोगों को नदी-नालों के पास जाने से बचना चाहिए। किसान अपने खेतों में खड़ी फसलों को पानी भराव से बचाने के लिए पानी निकासी की व्यवस्था करें। बिजली और आंधी-तूफान से बचाव के लिए खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े न हों।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, सात सितंबर, 2025 को आंध्र प्रदेश के कावली में अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के खंडवा और महाराष्ट्र के जेउर में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, सात सितंबर, 2025 को पंजाब, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख तथा गुजरात के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, पूर्वी उत्तर प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, बिहार, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, सात सितंबर, 2025 को गुजरात के बनासकांठा में 28 सेमी, तापी और वलसाड हर जगह 11 सेमी, पाटण में 9 सेमी, नवरसारी और गांधीनगर हर जगह 8 सेमी, साबरकांठा और डांग हर जगह 6 सेमी, कच्छ, सुरत और अरावली हर जगह 5 सेमी, मोरबी और अहमदाबाद हर जगह 4 सेमी, ओडिशा के बोलांगीर में 5 सेमी बारिश दर्ज की गई।
कोंकण और गोवा के दहानू में 3 सेमी, माथेरान और हरनाई प्रत्येक जगह 2 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 3 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के दमन में 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के विशाखापत्तनम में 2 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 2 सेमी, जम्मू और कश्मीर के जम्मू में 2 सेमी, बिहार के दरभंगा में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।