
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय हो गया है। आज, चार अप्रैल, 2025 को हिमाचल प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में मौसम के शुष्क व साफ रहने का पूर्वानुमान है, जबकि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
वहीं प्रदेश के मैदानी जिलों में गर्मी का प्रकोप दिखने लगा है, कल, यानी तीन अप्रैल, 2025 को रोहतांग दर्रा सहित लाहौल की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी देखी गई। बर्फबारी के बाद घाटी के कई हिस्सों में सर्दी बढ़ गई है। आठ और नौ अप्रैल को एक और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम में फिर बदलाव हो सकता है।
वहीं एक और पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में मौसमी बदलाव की बात करें तो, राज्य के तीन पहाड़ी जनपदों में हल्की बारिश के चलते बढ़ती गर्मी से थोड़ा सा राहत मिली है। वहीं मैदानी इलाकों में दिन में चटख धूप से गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। जबकि दूसरी ओर कुछ पर्वतीय जनपदों में मौसम के एक बार फिर बदलने से राहत की खबर है। कल, यानी तीन अप्रैल, 2025 को उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने आज, यानी चार अप्रैल, 2025 के लिए जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि एक बार फिर इन तीनों जनपदों में मौसम में बदलाव दिख सकता है, इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ को बताया जा रहा है। इन जिलों में आसमान में बादलों के छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है, शेष जिलों में मौसम के शुष्क बने रहने के आसार जताए गए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली-एनसीआर में गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। मौसम विभाग की ओर से आज सुबह जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर में गर्मी का भारी प्रकोप रहने के आसार हैं। दिल्ली का आज अधिकतम तापमान 38 डिग्री से लेकर 40 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंचने का अंदेशा है, वहीं न्यूनतम तापमान के 20 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने का पूर्वानुमान है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवाती प्रसार के चलते निचले स्तरों पर अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी से भरी हवाएं तेजी से आपस में मिल रहीं हैं। इन मौसमी गतिविधयों के चलते चार और पांच अप्रैल, 2025 को भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में तथा चार अप्रैल को पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर के साथ चलने वाली तेज तूफानी हवाओं के साथ बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, चार अप्रैल, 2025 को झारखंड के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि हो सकती है, जबकि पांच अप्रैल को असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में ओले गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार आज, यानी चार अप्रैल, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी मौसम विभाग का पूर्वानुमान देखें तो अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं। वहीं मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, हालांकि अगले पांच दिनों के दौरान दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
वहीं,अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है। अगले दो दिनों के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के चार दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तीन अप्रैल, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ के सुरेंद्रनगर में अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के करनाल में न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, चार से आठ अप्रैल, 2025 के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों, छह से नौ अप्रैल के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में, छह से आठ अप्रैल के दौरान गुजरात में तथा सात से नौ अप्रैल के दौरान पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा में लोगों के गर्म हवाओं से सामना करने के आसार हैं।
वहीं, चार से नौ अप्रैल के दौरान गुजरात में तथा पांच से नौ अप्रैल, 2025 के दौरान कोंकण और गोवा में गर्म और नमी भरे मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?
कल, तीन अप्रैल को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों, विदर्भ, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, तीन अप्रैल को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के पम्बन और पारंगीपेट्टाई प्रत्येक जगह 2 सेमी, पलायमकोट्टई, तिरुचिरापल्ली, सेलम, यरकौड, कुड्डालोर और कराईकल प्रत्येक जगह 1 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लॉन्ग आइलैंड और माया बंदर प्रत्येक जगह 2 सेमी, पोर्ट ब्लेयर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई
वहीं कल, ओडिशा के केओंगझारगढ़ में 1 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 4 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में 2 सेमी, नंदीगामा में 1 सेमी, तेलंगाना के हैदराबाद में 4 सेमी, रायलसीमा के कडप्पा में 3 सेमी, अनंतपुर में 1 सेमी, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के चित्र दुर्गा और बेंगलुरु प्रत्येक जगह 2 सेमी तथा लक्षद्वीप के अगाथी में 1 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।