
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में दो पश्चिमी विक्षोभों के एक साथ चक्रवाती प्रसार के रूप सक्रिय होने का जिक्र किया है। जिसके चलते आज, यानी 20 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी बारिश व जमकर बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया है।
वहीं, 21 से 23 फरवरी के दौरान इन्हीं राज्यों में हल्की बारिश व हिमपात के दौर के जारी रहने का अनुमान लगाया गया है।
आज, 20 फरवरी को उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में वज्रपात होने, गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, 20 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका है।
वहीं आज, यानी 20 फरवरी को उत्तर प्रदेश में और 22 फरवरी को विदर्भ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। 20 से 22 फरवरी के दौरान छत्तीसगढ़ में भी हल्की बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान है।
पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों से लेकर तेलंगाना तक हवाओं की एक ट्रफ रेखा लगातार जारी है और बंगाल की खाड़ी के निचले स्तरों के उत्तरी हिस्सों में एक उल्टा चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण 20, 22 और 23 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में तूफानी हवाएं चलने, गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने का अंदेशा जताया गया है।
इसी अवधि के दौरान बिहार, झारखंड व ओडिशा में भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। 20 और 22 फरवरी को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों, झारखंड व ओडिशा में ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई गई है।
पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव
लंबे अरसे से पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। इसकी वजह से 20 से 25 फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश में वज्रपात होने, हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी के दौर के जारी रहने की संभावना जताई गई है।
वहीं, अलगे एक सप्ताह के दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की बारिश की गतिविधि के लगातार जारी रहने का अनुमान है।
किसानों को मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल में गंगा तटीय क्षेत्रों, ओडिशा, झारखंड और उत्तराखंड में फलों के बगीचों और सब्जियों को नुकसान से बचाने के लिए किसानों को ओलावृष्टि जाल या ओला कैप का उपयोग करने की सलाह दी है।
भारी बारिश व ओलावृष्टि के दौरान पशुओं को शेड के अंदर रखें और उन्हें संतुलित आहार उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया गया है। चारे को खराब होने से बचाने के लिए उसे सुरक्षित स्थान पर रखने की भी सलाह दी गई है।
वहीं, जम्मू और कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश में गेहूं, सरसों, दालों, अन्य खड़ी फसलों, सब्जियों और बागवानी फसलों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करने को कहा गया है ताकि जल-जमाव से बचा जा सके और फसल खराब न हो।
मौसम विभाग ने अपने अपडेट में कहा है कि कटी हुई फसल को सुरक्षित स्थानों पर रखें या खेतों में तिरपाल की चादरों से ढक दें। बागवानी फसलों और सब्जियों को बाहर से सहारा दें।
तापमान में उतार-चढ़ाव
पिछले 24 घंटों के दौरान, जम्मू और कश्मीर, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में दिन के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है।
वहीं, उत्तराखंड, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा के कई इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, असम और मेघालय, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में दिन के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी ताजा अपडेट देखें तो, जम्मू और कश्मीर के कई इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस या अधिक रहा। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड तथा पंजाब के कई इलाकों में तापमान सामान्य से तीन डिग्री से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर दर्ज किया गया।
वहीं, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, छत्तीसगढ़, बिहार, मराठवाड़ा, तेलंगाना के अधिकतर इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री से तीन डिग्री सेल्सियस, काफी ऊपर रहा।
तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा, यानी इन राज्यों में काफी उछाल देखी गई।
रात के तापमान में उतार-चढ़ाव
पिछले 24 घंटों में राजस्थान के कुछ हिस्सों तथा सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में रात का तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस या उससे काफी ऊपर रिकॉर्ड किया गया।
वहीं, मध्य, पूर्व और पश्चिम भारत के कई इलाकों, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में रात का तापमान सामान्य दो डिग्री से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, यानी यहां भारी उछाल देखी गई।
पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, यानी 19 फरवरी को रायलसीमा के अनंतपुर में अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रहा।