पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय, देश के कई हिस्सों में बारिश-बर्फबारी-ओलावृष्टि, बढ़ेगा सर्दी का सितम

पश्चिमी विक्षोभ की वजह से आज भी पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने और गरज के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय, देश के कई हिस्सों में बारिश-बर्फबारी-ओलावृष्टि, बढ़ेगा सर्दी का सितम
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मौसम विभाग ने आज पंजाब के लोगों को भीषण ठंड से बचने की चेतावनी दी हैं, वहीं, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भी भारी ठंड महसूस की जाएगी।

जबकि बीते कल, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में भारी सर्दी का प्रकोप रहा, जबकि पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भी ठंड महसूस की गई।

कहां छाएगा कोहरा?
देश के अलग-अलग हिस्सों में कोहरे के कहर को देखें तो, अगले कुछ दिनों तक बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में लोगों को घने से बहुत घने कोहरे से अभी निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

वहीं, उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, असम और मेघालय तथा मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा।

कल, पूर्वोत्तर राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जबकि पंजाब और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा देखा गया।

कोहरे की वजह से कल, उत्तर प्रदेश के बरेली, वाराणसी (बाबतपुर) और गोरखपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 25 मीटर, झांसी, लखनऊ और वाराणसी प्रत्येक जगह दृश्यता 50 मीटर, सुल्तानपुर में दृश्यता 500 मीटर रही।

वहीं कल, राजस्थान के जैसलमेर में दृश्यता 50 मीटर, चुरू और कोटा प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, जयपुर में दृश्यता 500 मीटर, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 50 मीटर, गया में दृश्यता 200 मीटर, हरियाणा और चंडीगढ़ के अंबाला और चंडीगढ़ प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता 200 मीटर, ओडिशा के चांदबाली में भी में दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।

कहां होगी भारी बारिश-बर्फबारी तथा ओलावृष्टि?
पश्चिमी विक्षोभ लगातार सक्रिय है, इसके चलते आज, यानी नौ जनवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले हिस्सों में हिमपात होने की बात कही गई है

वहीं आज, उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के मैदानी इलाकों के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। इन इलाकों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने की संभावना है।

वहीं पश्चिमी विक्षोभ के असर से आज भी पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने और गरज के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।  

मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान के मुताबिक, दक्षिण श्रीलंका तट से उत्तरी तटीय तमिलनाडु तक के निचले स्तरों पर हवाओं का एक ट्रफ जारी है, इसके कारण आज, तटीय तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात और गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। तमिलनाडु में आज 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।

इसका प्रभाव यहीं खत्म नहीं होगा बल्कि आज, केरल के अलग-अलग हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

दक्षिण भारत में आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव की बात करें तो अगले चार से पांच दिनों तक तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी, इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश तक बारिश हो सकती है।

10 जनवरी तक तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश के दौर के जारी रहने की आशंका जताई गई है।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज तमिलनाडु तट, मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन क्षेत्र, श्रीलंका तट के साथ-साथ, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के आसपास 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, आठ जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान तमिलनाडु, पुदुचेरी, कराईकल, केरल और माहे के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश
कल, आठ जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के तिरुवनंतपुरम में 3 सेमी, तमिलनाडु के पांडिचेरी में 2 सेमी, यरकौड में 1 सेमी तथा रायलसीमा के तिरुपति में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान देश के उत्तरी भागों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।

कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में अलवर (पूर्वी राजस्थान) में न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, हरनाई और रत्नागिरी (कोंकण) में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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