
मौसम विभाग के मुताबिक, मराठवाड़ा और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र जारी है, इससे जुड़ा हुआ चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। साथ ही इससे जुड़े एक और चक्रवाती प्रसार से छत्तीसगढ़ और ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम तक ऊपरी हवाओं का ट्रफ बना हुआ है। साथ ही दक्षिण भारत के अधिकतर राज्यों, महाराष्ट्र के कई इलाकों समेत पूर्वोत्तर भारत के कुछ राज्यों में मॉनसून समय से पहले दस्तक दे चुका है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 27 मई, 2025 को तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने, तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, इन राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, छत्तीसगढ़, केरल और माहे, मराठवाड़ा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बिजली कड़कने तथा भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन हिस्सों में 115.5 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग की मानें तो आज, 27 मई, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, तेलंगाना तथा विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने, तूफानी हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवाती प्रसार के चलते आज, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश व ओले गिरने का अंदेशा जताया गया है। वहीं आज, आज, 27 मई, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में भी 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने, साथ ही बौछारें पड़ने तथा धूल के गुबार उठने की भी आशंका जताई गई है।
आज, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, मध्य प्रदेश तथा पंजाब के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, आज, 27 मई, 2025 को बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात होने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने तथा बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह जारी मौसम के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे चार से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के अगले चार से पांच दिनों के दौरान तीन से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के अगले पांच दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस का उछाल आ सकता है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 26 मई, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के लुधियाना और पश्चिम मध्य प्रदेश के खंडवा में न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां चलेंगी गर्म हवाएं?
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा गया है कि 27 और 28 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में लू या हीटवेव से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
कहां-कहां पहुंचा मॉनसून?
कल 26 मई, 2025 को दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मुंबई सहित महाराष्ट्र के कुछ और इलाकों, बेंगलुरु सहित कर्नाटक, तमिलनाडु के बाकी इलाकों, तेलंगाना व आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, मिजोरम के शेष इलाकों, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है।
कहां-कहां दस्तक देगा मॉनसून?
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, महाराष्ट्र के कुछ और इलाकों, कर्नाटक के बाकी हिस्सों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कुछ और हिस्सों, पश्चिम-मध्य प्रदेश के शेष इलाकों और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा पूर्वोत्तर राज्यों के शेष इलाकों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 26 मई को कोंकण और गोवा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, ओडिशा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, असम और मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां हुई भारी बारिश
कल, 26 मई को कोंकण और गोवा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश, जबकि कुछ हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई। वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भी जमकर बरसे बादल।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 26 मई को कोंकण और गोवा मुंबई (कोलाबा) में 14, माथेरान में 12, मुंबई के सांताक्रूज और अलीबाग प्रत्येक जगह 7 सेमी, केरल और माहे के पलक्कड़ में 8 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोलकाता और आसनसोल प्रत्येक जगह 7 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।