उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के साथ यहां बरस सकते हैं बादल
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में बताया है कि कल दक्षिण छत्तीसगढ़ पर बना चक्रवाती प्रसार अब उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और उसके आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। वहीं हवाओं का ट्रफ चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तरी मध्य महाराष्ट्र से उत्तरी बांग्लादेश तक के मध्य स्तरों पर फैला हुआ है। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते कल, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में जलभराव व बाढ़ जैसे हालात भी बने हुए हैं।
वहीं आज, उपरोक्त चक्रवाती प्रसार का प्रभाव उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में भी देखने को मिल सकता है, इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बरस सकता है पानी।
वहीं आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भी बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं हवाओं के ट्रफ और चक्रवाती प्रसार के कारण आज भी तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बादलों के बरसने का अनुमान है।
मौसम संबंधी इन गतिविधियों का असर आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड पर भी देखा जा सकता है, इन राज्यों में तेज हवाओं के साथ बौछारें या बारिश तथा वज्रपात होने के आसार जताए गए हैं।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, गुजरात, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम और रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में भी गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग की मानें तो समुद्री इलाकों में भी हल्की-फुल्की मौसमी गतिविधियां जारी हैं, जिसमें कहा गया है कि आज, दक्षिण गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र तट, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
वहीं आज, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों, सोमालिया तट के साथ-साथ पश्चिम-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने तूफानी हवाओं के चलते आज, मछुआरों को इन हिस्सों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने के लिए आगाह किया है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी रेखा फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, डीसा, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ से होकर गुजर रही है, इसका मतलब है कि इन हिस्सों से मॉनसून लौटने लगा है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के पोखरण में अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के उस्मानाबाद में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 26 सितंबर को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकतर इलाकों, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, केरल और माहे तथा गुजरात के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।