
देश भर में बढ़ती गर्मी का प्रकोप जारी है, खासकर उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तापमान नित्य नए रिकॉर्ड बना रहा है। वहीं आज, 30 अप्रैल, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान तथा सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में लू या हीटवेव चलने के आसार जताए गए हैं।
कल, यानी 29 अप्रैल, 2025 को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लोगों को गर्म हवाओं से दो चार होना पड़ा।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि आज, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, गुजरात के तटीय इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में गर्म और उमस भरे मौसम से छुटकारा मिलने के आसार नहीं हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के द्वारा जारी तापमान संबंधी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और अगले चार दिनों तक दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना जताई गई है।
जबकि, अगले तीन दिनों के दौरान गुजरात में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और अगले दो दिनों तक दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।
वहीं, देश की राजधानी में आज हीटवेव से राहत की संभावना है। यहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। कल, 29 अप्रैल को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री अधिक यानी 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान के सामान्य से 1.5 डिग्री की गिरावट के साथ यह 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिल्ली में आज सतही हवाओं के दौर के जारी रहने की संभावना है, जिसके चलते अधिकतम तापमान के 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है। गर्मी के हिसाब से मई माह की शुरुआत राहत भरी होने की संभावना जताई गई है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 29 अप्रैल, 2025 को पश्चिम राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के नौगांव में न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां बरसेंगे बादल, कहां गिरेगी तूफानी हवाओं के साथ बिजली?
मौसम विभाग के मुताबिक, 30 अप्रैल से चार मई, 2025 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। इन हिस्सों में बारिश के चलते गर्म हवाओं से थोड़ा-बहुत राहत मिल सकती है।
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भी पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है, जिसके कारण 30 अप्रैल से चार मई के दौरान पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्सों में 60 किमी प्रति घंटे तक की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश व वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
आज, 30 अप्रैल को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने के आसार हैं, जबकि एक मई को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा एक से पांच मई के दौरान राजस्थान में भी धूल भरी आंधी चलने का अंदेशा जताया गया है।
विभिन्न हिस्सों में बने चक्रवाती प्रसार व हवाओं के ट्रफ के चलते 30 अप्रैल से दो मई के दौरान पूर्वी भारत, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
जबकि 30 अप्रैल से एक मई के दौरान ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो अगले एक हफ्ते के दौरान पूर्वोत्तर भारत में 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा हल्की बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है। वहीं आज, 30 अप्रैल को असम और मेघालय में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले एक सप्ताह के दौरान कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, रायलसीमा, केरल और माहे, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल में 50 किमी प्रति घंटे तक की दर से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बारिश व वज्रपात का अंदेशा जताया गया है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 29 अप्रैल को पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकतर इलाकों, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, केरल और माहे के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, झारखंड, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।