
मौसम विभाग के अनुसार, चार जनवरी 2025 की रात से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव करने का पूर्वानुमान है। एक से तीन जनवरी तक पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है, वहीं चार और पांच जनवरी को बारिश और बर्फबारी में और तेजी आने के आसार जताए गए हैं।
फिलहाल देश के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में पाला पड़ने की आशंका जताई गई है।
कहां-कहां रहेगा शीत लहर का प्रकोप व सर्दी का सितम?
आज यानी 31 दिसंबर को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को शीत लहर का सितम झेलना पड़ सकता है। वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हरियाणा, चंडीगढ़ में भारी सर्दी का प्रकोप रहेगा। 31 दिसंबर और एक जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भी सर्दी का सितम जारी रहेगा।
वहीं कल, यानी 30 दिसंबर को हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली,और उत्तर-पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लोगों ने भयंकर सर्दी का सामना करना पड़ा, वहीं कल, पंजाब के कई इलाकों तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी लोगों को सर्दी के सितम से दो चार होना पड़ा।
तापमान में उतार-चढ़ाव
बारिश और बर्फबारी के कारण जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान लगातार शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से 12 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। मध्य, पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 12 से 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख तथा हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक बार फिर एक से दो डिग्री की गिरावट आई है। जबकि मध्य प्रदेश के कई हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से पांच की डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं, पूर्वी भारत, सौराष्ट्र और कच्छ तथा पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज हुई है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान मध्य और पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। वहीं, अगले चार दिनों के दौरान गुजरात को छोड़कर, पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल यानी 30 दिसंबर 2024 को तटीय कर्नाटक के करवार और केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
अगले कुछ दिनों तक ओडिशा, असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं, एक जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में, दो जनवरी तक हिमाचल प्रदेश में घने कोहरे से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं आज सुबह राजस्थान के कुछ हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा, जबकि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा और असम के कुछ इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा देखा गया।
कोहरे की वजह से आज सुबह राजस्थान के गंगानगर, जयपुर और सूरतगढ़ प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, अजमेर और चूरू प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 200 मीटर, भागलपुर में दृश्यता 500 ,मीटर, मध्य प्रदेश के गुना में दृश्यता 200 मीटर, ग्वालियर, सागर और जबलपुर हर जगह दृश्यता 500 मीटर, पंजाब के अमृतसर और पटियाला हर जगह दृश्यता 500 मीटर, हरियाणा के हिसार और सिरसा हर जगह दृश्यता 500 मीटर, उत्तर प्रदेश के झांसी, आगरा, कानपुर और लखनऊ हर जगह दृश्यता 500 मीटर, छत्तीसगढ़ के पेंड्रा रोड में दृश्यता 500 मीटर, त्रिपुरा के अगरतला और कैलाशहर हर जगह दृश्यता 500 मीटर तथा असम के धुबरी में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 30 दिसंबर तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।