
पिछले कुछ दिनों से उत्तर के पहाड़ी इलाकों में बारिश व बर्फबारी का दौर जारी है। मौसम विभाग की मानें तो इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से उत्तर-पश्चिम भारत में पहुंच रही भारी नमी है। इसके असर से आज, यानी 28 फरवरी, 2025 को हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश व जमकर बर्फबारी तथा वज्रपात होने के आसार हैं, यहां 120 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
आज, उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने व बर्फबारी तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, उत्तराखंड में 70 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, 28 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पंजाब और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात व गरज के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में 70 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा,चंडीगढ़ और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति के साथ चलने वाली तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ ओले गिरने के आसार हैं।
आज, यानी 28 फरवरी, 2025 को असम और मेघालय तथा राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ तूफानी हवाओं के चलने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा लक्षद्वीप में अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं, उसके बाद धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। वहीं, अगले चार पांच दिनों के दौरान भारत के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी मौसम विभाग का पूर्वानुमान देखें तो, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद चार से छह डिग्री सेल्सियस वृद्धि होने का अनुमान है।
अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आने की संभावना है। इसी दौरान पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने का अनुमान नहीं है और उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि 28 फरवरी को कोंकण और गोवा तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में हीटवेव या लू चलने का अंदेशा है। वहीं, 28 फरवरी को कोंकण और गोवा तथा एक मार्च तक तटीय कर्नाटक में लोगों को गर्म व उमस भरे मौसम से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
समुद्र में हलचल
मौसम विभाग के मुताबिक, आज मन्नार की खाड़ी और दक्षिण तमिलनाडु तट के साथ-साथ कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।
कल कहां हुई बारिश व बर्फबारी?
कल, 27 फरवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के अधिकतर इलाकों, उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश व बर्फबारी रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पंजाब के कई इलाकों, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 27 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के मनाली और कांगड़ा हर जगह 2 सेमी, जम्मू और कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के बटोटे और बनिहाल हर जगह 4 सेमी, कुकेरनाग, काजीगुंड, गुलमर्ग और कुपवाड़ा हर जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।