मौसम संबंधी खट्टी-मीठी यादों के साथ साल 2023 की विदाई हो चुकी है, अब साल 2024 में मौसम संबंधी क्या-क्या गुल खिलते हैं, यह आने वाले दिनों में पता चलेगा। वहीं साल के पहले दिन की शुरुआत भी कोहरे और कड़ाके की ठंड से हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज और कल शाम और सुबह के समय पंजाब के कई इलाकों तथा अगले तीन दिनों तक कुछ हिस्सों में घने से बहुत घना कोहरा छाने के आसार हैं। इसी दौरान शाम और सुबह के समय हरियाणा और चंडीगढ़ तथा उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तथा अगले तीन दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा छाने की आशंका है।
वहीं, राजस्थान और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में मध्य रात्रि से सुबह के दौरान घने से बहुत घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है, जबकि, अगले तीन दिनों तक इन राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में घने कोहरे के छाए रहने के आसार हैं।
आज और कल, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में सुबह के कुछ घंटों में घना कोहरा छाया रहेगा। वहीं, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी लोगों को कोहरे का सामान करना होगा।
वहीं कल पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को बहुत घने कोहरे का कहर झेलना पड़ा, जबकि उत्तराखंड और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। कल, हरियाणा और चंडीगढ़, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्व राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा देखा गया।
कोहरे की वजह से उत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में यातायात पर असर देखा जा रहा है। इन हिस्सों में दृश्यता की बात करें तो कल, उत्तराखंड के देहरादून में दृश्यता 50 मीटर, हरियाणा, चंडीगढ़ के अंबाला में दृश्यता 200 मीटर, चंडीगढ़ में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वोत्तर राजस्थान के जयपुर में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दृश्यता 25 मीटर, सुल्तानपुर में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के झांसी में दृश्यता 200 मीटर, बिहार के गया में दृश्यता 50 मीटर और पूर्णिया में दृश्यता 200 मीटर रही।
कोहरे के कारण सूर्य का प्रकाश धरती पर नहीं पड़ रहा हैं इससे न केवल दृश्यता बल्कि तापमान पर भी इसका असर दिख रहा है।
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तरी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से नौ डिग्री सेल्सियस, जबकि दिल्ली, दक्षिण राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है।
तापमान लुढ़कने तथा कोहरे की वजह से पंजाब, हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के कई स्थानों पर लोगों को भारी ठंड का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी लोगों को सर्दी के प्रकोप से दो चार होना पड़ रहा है।
वहीं आज, साल 2024 के पहले दिन पंजाब के कुछ हिस्सों में लोगों को भीषण ठंड का सामना करना पड़ेगा। दो से पांच जनवरी के दौरान पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में भी सर्दी का सितम जारी रहेगा। पहली से पांच जनवरी, 2024 के दौरान हरियाणा, तथा आज उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में लोगों को सर्दी का सितम झेलना होगा।
मौसम विभाग की मानें तो दो से चार जनवरी, 2024 के दौरान उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है, यानी इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं दक्षिण भारत में मौसम में बदलाव देखें तो, एक ताजा पूर्वी लहर और पश्चिमी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और निकटवर्ती दक्षिण-पूर्व अरब सागर में कम दबाव के क्षेत्र के कारण चार जनवरी, 2024 तक दक्षिण तमिलनाडु, दक्षिण केरल और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इन हिस्सों में भी 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
वहीं कल, यानी, दो जनवरी, 2024 को लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 64.4 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के तापमान संबंधी पूर्वानुमान को देखें तो, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर पश्चिम राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश तथा गुजरात के कई हिस्सों में अभी भी न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस ऊपर बना हुआ है।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में सीकर (पूर्वी राजस्थान) में न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, कारवार (तटीय कर्नाटक) में सबसे अधिक तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।