मौसम विभाग के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा राजस्थान के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान सात से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, इन हिस्सों में सुबह के समय सर्दी और शीतलहर में इजाफा हो गया है।
वहीं, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, विदर्भ के अधिकांश हिस्सों, और आंतरिक ओडिशा में न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी को लेकर पूर्वानुमान देखें तो कल, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, गुजरात और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया जा रहा है।
मौसम विभाग की मानें तो 28 और 29 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के कई इलाकों, जबकि इन राज्यों के कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक शाम और सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की चादर के लिपटे रहने की आशंका है।
जबकि आज और कल उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में शाम और सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरा छाए रहने, तथा कुछ हिस्सों में इसके अगले तीन दिनों तक जारी रहने के आसार हैं।
वहीं हल्के तथा घने कोहरे की बात करें तो 28 और 29 दिसंबर की सुबह और शाम के दौरान उत्तरी राजस्थान, उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश में घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
28 से 31 दिसंबर को सुबह के दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है।
कल, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घने से बहुत घना कोहरा छाया रहा जिसकी वजह से इन हिस्सों में दृश्यता शून्य से 25 मीटर तक दर्ज की गई।
कोहरा लगने से दृश्यता में कमी को गहनता से देखें तो कल, पटियाला में दृश्यता 25 मीटर, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अंबाला में दृश्यता 25 मीटर, चंडीगढ़ में दृश्यता 25 मीटर, सफदरजंग में दृश्यता 50, पालम में दृश्यता 25 मीटर, उत्तर पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर और चूरू हर जगह दृश्यता 50 मीटर, उत्तर प्रदेश के बरेली में दृश्यता 25 मीटर, झांसी में दृश्यता 50 मीटर, लखनऊ एवं वाराणसी हर जगह दृश्यता 25 मीटर, बहराइच में दृश्यता 50 मीटर, उत्तर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता 25 मीटर तथा सतना में दृश्यता 50 मीटर दर्ज की गई।
मौसम विभाग के मुताबिक, 30 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, इसकी वजह से उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव होने का पूर्वानुमान है।
वहीं, निचले स्तरों पर चलने वाली पूर्वी हवाओं के साथ इसके संपर्क के कारण, 31 दिसंबर, 2023 से 02 जनवरी, 2024 तक जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
वहीं, इसी दौरान उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा विदर्भ में भी हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान लगाया गया है, यानी यहां 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में मौसम में बदलाव की बात करें तो, पूर्वी हवाओं के चलने से, 30 दिसंबर से दो जनवरी, 2024 तक दक्षिण तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि, 30 और 31 दिसंबर, 2023 को दक्षिण तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यानी यहां 64.4 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, कोमोरिन के इलाकों और निकटवर्ती मालदीव क्षेत्र, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों में 40 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 27 दिसंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में लुधियाना (पंजाब) में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल कारवार (तटीय कर्नाटक) में अधिकतम तापमान तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।