उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम में रेड अलर्ट,10 से ज्यादा राज्यों में बरसेंगे बादल
- अरब सागर के पूर्व-मध्य भाग में डिप्रेशन सक्रिय, उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। 
- पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में भारी से बहुत भारी से लेकर भयंकर बारिश का अंदेशा, कई राज्यों में अलर्ट जारी। 
- अंडमान-निकोबार, ओडिशा, गुजरात, कोंकण-गोवा और पूर्वोत्तर भारत में गरज-चमक व बिजली गिरने की चेतावनी। 
- तीन नवम्बर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार। 
- दिल्ली-एनसीआर में अक्टूबर का तापमान 15 वर्षों में सबसे कम, सुबह-शाम ठंड बढ़ी। 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, यानी 31 अक्टूबर, 2025 को जारी रिपोर्ट के अनुसार, अरब सागर के पूर्व-मध्य भाग में बना डिप्रेशन धीरे-धीरे उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। इसके कारण आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं के दौर के जारी रहने की आशंका जताई गई है। साथ ही पश्चिमी हिमालयी इलाकों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ के तीन नवम्बर से सक्रिय होने का पूर्वानुमान है, जिससे वहां बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं।
अरब सागर में सक्रिय डिप्रेशन पिछले छह घंटों में लगभग तीन किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। जो कि गुजरात के वेरावल से 390 किमी दक्षिण-पश्चिम में, महाराष्ट्र के मुंबई से 500 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में और गोवा के पणजी से लगभग 670 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में स्थित है।
मौसम विभाग का कहना है कि डिप्रेशन अगले 36 घंटों के दौरान उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से अरब सागर के पूर्व-मध्य हिस्सों में समुद्र उथल-पुथल वाला रहेगा और तटीय इलाकों में हवाएं तेज चल सकती हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
वहीं दक्षिण-पूर्व असम और उसके आसपास के इलाकों में ऊंचाई पर एक और चक्रवातीय प्रसार सक्रिय है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण पूर्वी और दक्षिणी भारत के कई हिस्सों में हल्की से लेकर भारी बारिश के आसार बने हुए हैं।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 31 अक्टूबर, 2025 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। इन राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल। विभाग ने यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
वहीं मौसम विभाग ने आज, बिहार के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है।
आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, गुजरात, झारखंड, कोंकण और गोवा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं की चेतावनी
विभाग के मुताबिक, आज अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
वहीं आज, 31 अक्टूबर, 2025 को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर राज्यों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
साथ मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि गरज-चमक के समय खुले स्थानों से बचें, पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे शरण न लें और खेतों में काम कर रहे लोग तुरंत सुरक्षित जगहों पर चले जाएं।
उत्तर-पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण हरियाणा और इसके निकटवर्ती राजस्थान के ऊंचाई पर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवातीय प्रसार लगातार बना हुआ है। जिसकी वजह से आज, 31 अक्टूबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है, जबकि अन्य इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है।
उत्तराखंड में मौसम के मिजाज की बात करें तो यहां पिछले कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, उत्तराखंड के पहाड़ों पर पहले हुई बर्फबारी के चलते यहां का मौसम ठंडा बना हुआ है। वहीं मैदानी हिस्सों सहित अधिकतर इलाकों में मौसम के शुष्क होने से तापमान सामान्य के करीब बना हुआ है।
मौसम विभाग की मानें तो तीन से पांच नवम्बर, 2025 के बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम पर असर डालेगा। इसके कारण जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है।
देश की राजधानी के मौसम की बात करें तो अक्टूबर का यह महीना बीते डेढ़ दशक में दूसरी बार सबसे सर्द रहा है। दिल्ली में भी सुबह व शाम के समय सर्दी का अहसास हो रहा है। यहां न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के करीब पहुंच गया है, धीरे-धीरे अधिकतम भी लुढ़कने लगा है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस अक्टूबर का औसत अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस रहा है। सन 2011 से लेकर 2025 के दौरान 15 वर्षों में अक्टूबर दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान वाला रहा है। वहीं इससे पहले 2022 में यह 31.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
विभाग के अनुसार, 31 अक्टूबर की सुबह दिल्ली में धुंध छाई रहेगी। दिन के समय आंशिक रूप से बादलों के छाए रहने का अनुमान है। वहीं, अधिकतम तापमान के 29 और न्यूनतम तापमान के 19 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
संभावित प्रभाव और सावधानियां
मौसम विभाग ने कहा है कि भारी बारिश के चलते उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम के पहाड़ी हिस्सों में भूस्खलन और निचले इलाकों जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। वहीं, तटीय गुजरात, कोंकण और गोवा में तेज हवाओं और ऊंची लहरों से समुद्र में खतरा रहेगा। किसानों को सलाह दी गई है कि वे पके हुए फसलों की कटाई में सावधानी बरतें और मौसम साफ होने तक फसल को ढक कर रखें। पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने वाले लोगों को मौसम की नवीनतम जानकारी हासिल करना जरूरी है।
अक्टूबर के अंतिम दिनों में अरब सागर में बना यह डिप्रेशन मौसम में बड़ा बदलाव ला रहा है। एक ओर जहां पूर्वोत्तर भारत में लगातार बारिश हो रही है, वहीं पश्चिमी भारत के तटीय हिस्सों में भी मौसम में नमी और तेज हवाओं का प्रभाव देखा जा सकता है। आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में ठंड बढ़ने और बर्फबारी शुरू होने के भी आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 30 अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के मंडी में न्यूनतम तापमान 13.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 30 अक्टूबर, 2025 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश और गुजरात के अधिकतर इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, असम और मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम मध्य प्रदेश, तटीय कर्नाटक तथा केरल और माहे के कई इलाकों बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।


