
मौसम विभाग ने आज, 16 अगस्त, 2025 को कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में गरज के साथ भयंकर बारिश का अंदेशा जताया है। यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है तथा 204.5 मिमी से अधिक बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। विभाग ने इसके पीछे कहीं न कहीं दक्षिण ओडिशा और उससे सटे इलाकों में बना कम दबाव, देश के विभिन्न हिस्सों में बने ऊपरी हवाओं का चक्रवात तथा मानसून की ट्रफ को जिम्मेवार ठहराया है।
उत्तराखंड में भी आज, मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ रहेगा, साथ ही असम और मेघालय, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना और पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 115.5 से 2024 मिमी तक बरस सकते हैं बादल, साथ ही ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 16 अगस्त, 2025 को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी राजस्थान तथा पश्चिम उत्तर प्रदेश में अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने तथा गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार जताए गए हैं। उत्तर के इन राज्यों में बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने के आसार हैं। विभाग ने इन राज्यों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, पूर्वी मध्य प्रदेश, केरल और माहे, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, सौराष्ट्र और कच्छ और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी वर्षा व बिजली गिरने का अंदेशा जताया है। इन सभी राज्यों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट व 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरसने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, लक्षद्वीप और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने, बिजली गिरने तथा बौछारें पड़ने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आज, 16 अगस्त, 2025 को बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, आंतरिक कर्नाटक, जम्मू और-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, झारखंड, ओडिशा तथा तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है।
इस राज्य में अचानक बाढ़ व जलभराव की चेतावनी
अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण और गोवा के मुंबई शहर, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, उपनगरीय मुंबई और ठाणे जिलों में भीषण बारिश के चलते जलभराव तथा अचनाक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है, मौसम विभाग ने लोगों को इन जिलों में सतर्क रहने को कहा है।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, सोमालिया, यमन, ओमान के तटों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकतर इलाकों और दक्षिण-पश्चिम, पूर्व-मध्य अरब सागर के कई हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, कोंकण, गोवा, कर्नाटक, केरल के तटों, लक्षद्वीप, कोमोरिन के इलाकों, श्रीलंका के तट, दक्षिण के अधिकांश इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों, अंडमान सागर, आंध्र प्रदेश के तटो पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने का अंदेशा जताया गया है।
आज, मन्नार की खाड़ी के ऊपर, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी इलाकों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने की आशंका है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 15 अगस्त, 2025 को राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के माथेरान में न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 15 अगस्त, 2025 को कोंकण और गोवा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, गुजरात, तेलंगाना, विदर्भ, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और रायलसीमा के अधिकतर इलाकों, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम राजस्थान तथा पंजाब में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पश्चिम मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, केरल और माहे, असम और मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 15 अगस्त, 2025 को कोंकण और गोवा के मुंबई-सांताक्रुज में 23 सेमी, मुंबई-कोलाबा में 7 सेमी, पंजिम में 2 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 5 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अगरतला में 5 सेमी, केरल और माहे के कोझिकोड में 5 सेमी, गुजरात के सूरत में 5 सेमी, तेलंगाना के हैदराबाद में 4 सेमी, निजामाबाद में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गई।
वहीं कल विदर्भ के नागपुर-सोनेगांव हवाई अड्डे में 4 सेमी, असम और मेघालय के सिलचर में 3 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कलिंगपटनम में 3 सेमी, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के जम्मू में 2 सेमी, ओडिशा के चांदबली में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के रायपुर-लालपुर और जगदलपुर प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
क्षेत्र: कोंकण और गोवा (मुंबई, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, ठाणे)
संभावित वर्षा: 204.5 मिमी से अधिक
खतरे: जलभराव, अचानक बाढ़
कारण: दक्षिण ओडिशा में कम दबाव, ऊपरी हवाओं का चक्रवात, मानसून ट्रफ
उत्तराखंड, असम, मेघालय, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम मध्य प्रदेश
संभावित वर्षा: 115.5 से 204 मिमी तक
खतरे: बिजली गिरना, जलभराव, यातायात प्रभावित
राज्य:
हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मराठवाड़ा, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सौराष्ट्र, कच्छ
संभावित वर्षा: 64.5 से 115.5 मिमी
तूफानी हवाएं (40–65 किमी/घंटा):
इलाके: कोंकण, गोवा, केरल, कर्नाटक, अंडमान, लक्षद्वीप, बंगाल की खाड़ी, अरब सागर, तमिलनाडु तट, श्रीलंका तट, मन्नार की खाड़ी
मछुआरों को सलाह: समुद्र से दूर रहें
सबसे गर्म स्थान: बाड़मेर (राजस्थान) – 40.5 डिग्री सेल्सियस
सबसे ठंडा स्थान: माथेरान (महाराष्ट्र) – 18.4 डिग्री सेल्सियस
🌧️ भारी बारिश वाले क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचें
⚡ वज्रपात के दौरान बिजली के उपकरणों से दूरी बनाए रखें
🌊 समुद्र में मछली पकड़ने या नाव चलाने से परहेज करें
📲 स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखें
🌧️ यदि आप किसी विशेष जिले या शहर का मौसम अपडेट या बाढ़ की स्थिति जानना चाहते हैं, तो हमें बताएं, डाउन टू अर्थ आपको विशेष जानकारी दे सकता है।