
पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास के इलाकों के निचले और मध्य स्तरों पर जारी है। इसके कारण उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इस तरह की मौसमी गतिविधि के चलते आज, यानी 24 दिसंबर को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के अलग-अलग हिस्सों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखने लगा है, तीन पहाड़ी राज्यों जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी के कारण हिमाचल में दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 30 से अधिक सड़कों के बंद होने की खबर है। शिमला में इस मौसम का दूसरा हिमपात हुआ है। उत्तराखंड के गढ़वाल के बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब और कुमाऊं में मुनस्यारी में बर्फबारी होने से पूरे जनपद में ठिठुरन बढ़ गई है।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल और अल्मोड़ा में बारिश और ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी का दौर आज भी जारी रहेगा।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में बर्फबारी के चलते बद्रीनाथ में न्यूनतम तापमान माइनस आठ और अधिकतम तापमान माइनस तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। जबकि, गंगोत्री में न्यूनतम तापमान माइनस 19 तो केदारनाथ में माइनस 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज और अधिक बदलने वाला है, क्योंकि एक और पश्चिमी विक्षोभ के 26 दिसंबर से सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। इसकी वजह से पश्चिमी हिमालयी इलाकों और आसपास के मैदानी हिस्सों के मौसम में भारी बदलाव के आसार हैं। इसके चलते देश के मध्य हिस्सों के निचले स्तर की पूर्वी हवाओं के आपस में टकराने का अनुमान है, जिससे 28 दिसंबर तक अरब सागर के साथ-साथ बंगाल की खाड़ी से भारी नमी आने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते 27 दिसंबर को उत्तर-पश्चिम भारत और उससे सटे मध्य भारत के मैदानी इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं। 26 से 28 दिसंबर के दौरान महाराष्ट्र और गुजरात में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
वहीं, 27 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज के साथ ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई गई है।
24 से 26 दिसंबर के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, 24 और 25 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में तथा 24 दिसंबर को पूर्वोत्तर भारत में पाला पड़ने की आशंका जताई गई है।
कहां-कहां रहेगा शीतलहर का प्रकोप
उत्तर के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते अगले कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश में भयंकर शीत लहर से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। वहीं 24 से 26 दिसंबर के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के अलग-अलग इलाकों में भी शीत लहर का सितम रहेगा। वहीं, 24 और 25 दिसंबर के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में लोगों को शीत लहर का कहर झेलना पड़ सकता है।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
उत्तर प्रदेश तथा ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। वहीं 24 से 27 दिसंबर के दौरान हिमाचल प्रदेश, 24 से 26 दिसंबर के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा 25 से 30 दिसंबर तक राजस्थान में देर रात से सुबह तक कोहरे का कहर जारी रहेगा।
वहीं आज, सुबह दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाया रहा, जबकि, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश, असम के अलग-अलग इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरा देखा गया।
कोहरे की वजह से दिल्ली के सफदरजंग में दृश्यता 150 मीटर, बिहार के पूर्णिया और भागलपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दृश्यता 500 मीटर, झारखंड के रांची में दृश्यता 500 मीटर, पश्चिम मध्य प्रदेश के ग्वालियर और इंदौर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, असम के गुवाहाटी में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश को छोड़कर उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। इसके बाद, 27 और 28 दिसंबर के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में लगभग दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।
वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान मध्य भारत और महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है। अगले दो दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल यानी 23 दिसंबर 2024 को केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
दक्षिण भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र आज यानी 24 दिसंबर, 2024 को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे दक्षिण आंध्र प्रदेश-उत्तरी तमिलनाडु के तटों से दूर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में जारी है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे उसी इलाके में कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर पड़ने की संभावना है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधि के चलते आज, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात होने तथा गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार जताए गए हैं, यहां सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
समुद्र में उथल-पुथल
कम दबाव के कारण समुद्र में भी हलचल जारी है, आज, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों तथा दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ इलाकों, दक्षिणी आंध्र प्रदेश तट तथा उत्तरी तमिलनाडु तट के आसपास के हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 23 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 23 दिसंबर को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार में 1 सेमी, हिमाचल प्रदेश के शिमला और कल्पा प्रत्येक जगह 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।