
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, मेघालय और उसके आसपास के इलाकों पर अच्छी तरह से बना कम दबाव का क्षेत्र अब पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में बन गया है। इससे संबंधित चक्रवाती प्रसार समुद्र तल से औसतन 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, 31 मई, 2025 को असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भीषण बारिश होने की आशंका जताई है, इन दोनों राज्यों में 204.5 से अधिक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। जबकि आज, झारखंड, विदर्भ और तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपात की आशंका है।
वहीं आज, तटीय आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बिजली कड़कने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने तथा बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। साथ ही उत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों पर चक्रवाती प्रसार तथा हवाओं का ट्रफ बना हुआ है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, और पूर्वी उत्तर प्रदेश में गड़गड़ाहट के साथ 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा भारी बारिश होने के आसार हैं, इन हिस्सों में बादलों के 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरसने का पूर्वानुमान है।
वहीं आज, 31 मई, 2025 को पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। जबकि उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने की भी आशंका जताई गई है, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉनसून की गतिविधि
मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून ने दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में दस्तक दे दी है, साथ ही यह महाराष्ट्र के कुछ इलाकों को भी पार कर चुका है। विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सैंडहेड द्वीप, लुरघाट से होकर गुजर रही है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। वहीं अगले चार दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं।
अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है, हालांकि उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 30 मई, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के माथेरान में न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 30 मई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, केरल और माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों तथा झारखंड में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पश्चिम उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां बरसे चार सेमी या उससे अधिक बादल?
कल, 30 मई को असम और मेघालय के चेरापूंजी में 36 सेमी, गुवाहाटी में 10 सेमी, शिलांग में 9 सेमी, तेजपुर में 8 सेमी, बारापानी में 7 सेमी, लक्षद्वीप के मिनिकॉय में 4 सेमी, केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम-हवाई अड्डे में 4 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 4 सेमी बारिश दर्ज की गई।