
देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में आज, यानी सात जुलाई, 2025 की सुबह से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में भी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ के कारण जानमाल का नुकसान होने की खबर है। पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी बारिश के चलते भूस्खलन व बाढ़ से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
कल छह जुलाई को दिल्ली में अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर लगभग 69 फीसदी रहा। वहीं आज, दिल्ली में अधिकतम तापमान के 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 26 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, राजस्थान के बीकानेर में अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के खरगोन और महाराष्ट्र के माथेरान में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय हिस्सों और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही हवाओं का चक्रवाती प्रसार भी जारी है, मानसूनी ट्रफ भी इस दबाव के इलाके से गुजर रही है।
इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों भयंकर बारिश होने का अंदेशा जताया है, इन राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
विभाग ने आज, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में बिजली कड़कने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है, उत्तर भारत के इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, गुजरात, कोंकण और गोवा, ओडिशा तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।
आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, तटीय कर्नाटक, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, सौराष्ट्र और कच्छ, तेलंगाना और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने की संभावना है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, सात जुलाई, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, झारखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति के साथ हवाएं चलने, बादलों के जमकर बरसने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई है।
लोगों को अचानक बाढ़, जलभराव व भूस्खलन से सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में जलभराव व अचानक बाढ़ तथा भूस्खलन का अंदेशा है।
इसी दौरान जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कठुआ, पुंछ, राजौरी, रियासी, उधमपुर और मीरपुर जिले में भी अचानक बाढ़ आने का खतरा जताया गया है। वहीं, पंजाब के गुरदासपुर, होशियारपुर और जालंधर जिलों में भारी बारिश के चलते जलभराव व बाढ़ आने की आशंका जताई गई है।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, देहरादून, नैनीताल, पौडी गढ़वाल, पिथौरागढ, रूद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन तथा बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, बलौदा बाजार, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर, कोरबा, कोरिया, महासमुंद, मुंगेली, रायगढ़, सूरजपुर और सरगुजा जिलों में जलभराव व अचानक बाढ़ आने के आसार हैं।
इसी दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के अनूपपुर, बालाघाट, दमोह, डिंडोरी, कटनी, मंडला, पन्ना, सागर, सतना, सिवनी, शहडोल, सीधी और उमरिया जिलों तथा ओडिशा के अनुगुल, बारागढ़, बौदा, देवगढ़, झारसुगुड़ा, केंद्रापारा, केंदुझार, मयूरभंज, संबलपुर, सुबरनापुर और सुंदरगढ़ जिलों में जलभराव व बाढ़ आने का खतरा जताया गया है।
अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदनीपुर, होरा, पुरुलिया, बांकुरा और पश्चिम मेदनीपुर जिलों तथा
झारखंड के गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, रांची, सरायकेला, पश्चिम सिंहभूमि, पूर्वी सिंहभूमि और बोकारो जिलों में भारी बारिश के चलते अचानक बाढ़ आने व जलभराव का अंदेशा जताया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग, लोहित, तिरप और अंजॉ जिले में अचानक बाढ़ आने का खतरा जताया गया है।
वहीं इसी दौरान असम और मेघालय के कछार, एन.सी. हिल्स, करीमगंज, पूर्वी खासी हिल्स, पश्चिमी खासी हिल्स और जैन्तिया हिल्स जिलों, मणिपुरके बिष्णुपुर, चंदेल, चुराचांदपुर, इम्फाल पूर्व, सेनापति, तमेंगलोंग, थौबल और उखरुल अचानक बाढ़ आने का खतरा जताया गया है।
अगले 24 घंटों के दौरान मिजोरम के आइजोल, चम्फाई, कोलासिब, ममित, सेरछिप जिलों, नागालैंड के दीमापुर, किफिरे, कोहिमा, लॉन्गलेंग, मोकोकचुंग, मोन, पेरेन, फेक, वोखा और जुन्हेबोटो जिलों में अचानक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है।