
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी आठ मई, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है। वहीं एक और पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी मध्य प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों में जारी है। साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आठ से 11 मई, 2025 के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की से मध्यम बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, आठ मई को उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने का भी अंदेशा जताया गया है।
आठ से 11 मई के दौरान उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के साथ वज्रपात व हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में आठ से 11 मई, 2025 के दौरान पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने के दौर के जारी रहने की आशंका जताई गई है।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम?
चक्रवाती प्रसार के चलते आज, आठ मई को कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने तथा बिजली कड़कने और हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
वहीं आज, यानी आठ मई, 2025 को गुजरात के कुछ हिस्सों में 70 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रसार के चलते आठ से 11 मई के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 60 किमी प्रति घंटे तक की गति से तूफानी हवाएं चलने, बिजली गिरने तथा हल्की बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान है। वहीं आज, आठ मई, 2025 को पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओले गिरने की भी आशंका जताई गई है।
आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा ओडिशा में 50 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसमी बदलाव?
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि दक्षिण तेलंगाना से लेकर मन्नार की खाड़ी तक रायलसीमा और तमिलनाडु से होते हुए उत्तर-दक्षिण हवाओं का ट्रफ जारी है। इसके चलते आठ और नौ मई को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे में तथा आठ से 11 मई के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और तेलंगाना में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश व वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
पूर्वोत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वोत्तर असम और उसके निकटवर्ती इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। इस मौसमी गतिविधि के चलते अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में बिजली कड़कने और 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने के आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने के आसार हैं। वहीं, अगले एक हफ्ते के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस का उछाल आने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान मध्य और पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद अगले तीन दिनों तक दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, ओडिशा के संबलपुर में अधिकतम तापमान 41.0 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिम मध्य प्रदेश के राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि आठ से 13 मई के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, नौ से 13 मई के दौरान ओडिशा में, 10 से 13 मई के दौरान बिहार और झारखंड में 10 और 11 मई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में हीटवेव या लू चलने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, आठ मई को ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल सात मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश तथा राजस्थान में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, मध्य प्रदेश, गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल सात मई को गुजरात के वल्लभ विद्यानगर में 3 सेमी, बड़ौदा और सुरेंद्रनगर प्रत्येक जगह 2 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के केशोद में 4 सेमी, भावनगर, दमन प्रत्येक जगह 3 सेमी, कोंकण और गोवा के दहानू में 3 सेमी, मुंबई के सांताक्रूज और टी.बी.आई.ए (जिला ठाणे) प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के मछलीपट्टनम में 2 सेमी, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल के पेरियाकुलम में 4 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।