आज का मौसम: उत्तर के पहाड़ों में बारिश-ओलावृष्टि, मध्य प्रदेश में चलेंगी गर्म हवाएं
पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी ईरान और उसके आसपास के इलाकों के निचले से ऊपरी स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जारी है। वहीं, निचले स्तरों पर दक्षिण पंजाब में एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते 19 से 21 अप्रैल, 2025 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के अधिकतर इलाकों बिजली गिरने तथा 70 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है।
वहीं, 19 और 20 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
वहीं आज, 19 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में ओलावृष्टि होने के आसार जताए गए हैं। आज, 19 अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के भी आसार हैं, इन सभी राज्यों में 70 मिमी या उससे बरस सकते हैं बादल।
राजस्थान में धूल भरी आंधी का चलना जारी है, इसी क्रम में आज, 19 अप्रैल, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में 50 किमी प्रति घंटे की गति की तूफानी हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने का अंदेशा जताया गया है।
पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में कैसा रहेगा मौसम?
चक्रवाती प्रसार व हवाओं का ट्रफ देश के अलग-अलग इलाकों में जारी है, इस तरह के मौसमी गतिविधियों के चलते अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, 19 अप्रैल को बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय में भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
दक्षिण भारत के केरल और माहे में 60 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
वहीं, अगले एक हफ्ते के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के बाकी हिस्सों में 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के अलग-अलग राज्यों में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।
अगले 48 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और अगले पांच दिनों के दौरान बिहार और झारखंड में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस और ओडिशा और पश्चिम बंगाल में दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के आसार जताए गए हैं।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, राजस्थान के चुरू और श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के नाहन में न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
कल, 18 अप्रैल को राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को भीषण हीटवेव का सामना करना पड़ा। जबकि आज, 19 अप्रैल को मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में गर्म हवाओं का प्रकोप रहने के आसार हैं।
वहीं, 19 से 21 अप्रैल के दौरान मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में तथा 22 से 24 अप्रैल के दौरान गुजरात में लोगों को गर्म और उमस भरे मौसम से छुटकारा मिलने के आसार नहीं हैं।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?
कल, 18 अप्रैल को पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकतर इलाकों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, बिहार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, ओडिशा, झारखंड के कुछ हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना तथा आंतरिक कर्नाटक में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 18 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के शांतिनिकेतन में 6 सेमी, बेरहामपुर में 3 सेमी, ओडिशा के पुरी और भुवनेश्वर हर जगह 3 सेमी, ढेंकनाल और बालासोर हर जगह 2 सेमी, मेघालय के बारापानी में 3 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के रायचूर में 2 सेमी, तमिलनाडु के उधगमंडलम में 3 सेमी, केरल के पुनालुर में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।