
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, 21 अक्टूबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा है कि देश के दक्षिणी हिस्सों में अगले कुछ दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दो अलग-अलग कम दबाव के इलाके सक्रिय हैं, जो आने वाले समय में चक्रवात का रूप भी ले सकते हैं।
पहला अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र जो पश्चिम की ओर बढ़ते हुए अगले 24 घंटों में डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। इसकी वजह से केरल, लक्षद्वीप और कर्नाटक के तटीय इलाकों में भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें उठने के आसार हैं। मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की भी सलाह दी गई है।
वहीं दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में भी दबाव बन रहा है। इसके कारण अगले 24 घंटों में उसी क्षेत्र में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है। इसके धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए अगले 48 घंटों में यह डिप्रेशन का रूप ले सकता है। इसके कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों पर असर पड़ सकता है, जिससे इन क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
इन मौसमी गतिविधियों के कारण आज, 21 अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
बारिश के साथ-साथ आज, 21 अक्टूबर, 2025 को अंडमान-निकोबार, केरल, लक्षद्वीप, कर्नाटक, ओडिशा और तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा और तमिलनाडु में भी इसी तरह की मौसमी गतिविधि का पूर्वानुमान लगाया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इससे सटे एनसीआर के मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिल रहा है। शहर में सुबह व शाम के समय हल्की ठंड का अहसास हो रहा है,जबकि दोपहर के समय तेज धूप के चलते गर्मी महसूस हो रही है। बीते दिनों की तुलना में दिल्ली के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कल अधिकतम तापमान 33 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दिनों में मौसम के एक बार फिर बदलाव होने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अब ठंड का प्रकोप देखने को मिल सकता है।
देश की राजधानी दिल्ली में आज सुबह की शुरुआत हल्की कोहरे व धुंध के साथ हुई है। वहीं प्रदूषण बढ़ने के साथ धुंध देखने को मिल रही है। दिल्ली की हवा खराब होने लगी है। बीते कुछ दिनों से दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली एनसीआर में एक्यूआई 400 पार पहुंच गया है। वहीं आज, 21 अक्टूबर 2025 को दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान के 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 21 डिग्री सेल्सियस तक रहने का पूर्वानुमान है।
उत्तराखंड में मौसमी बदलाव की बात करें तो, बीते कई दिनों से अच्छी धूप खिलने से दिन के समय गर्मी महसूस की जा रही है। जबकि यहां सुबह और शाम के समय सर्दी बढ़ने लगी है। राज्य में कई दिनों से मौसम के शुष्क रहने के बाद विभाग ने आज कुछ जिलों में गरज के आठ हल्की बारिश का अनुमान लगाया है।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का पूर्वानुमान है, जिसके चलते मैदानी जिलों में आंशिक रूप से बादल छाने और पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश और ऊंची चोटियों में बर्फबारी होने के आसार जताए गए हैं, जिससे पारा लुढ़क सकता है तथा सर्दी में और इजाफा हो सकता है।
वहीं एक और पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के मौसम में बदलाव देखें तो, हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में आज मौसम बिगड़ सकता है। राज्य के कई जिलों में बारिश हो सकती है। सुबह के समय आसपास में हल्के बादल भी छाए रह सकते हैं।
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो आज, 21 अक्टूबर, 2025 को राज्य के ऊंचाई वाले कुछ इलाकों, 22 और 23 अक्टूबर को कुछ हिस्सों में हल्की बारिश व बर्फबारी होने के आसार हैं।
जम्मू और कश्मीर में भी पश्चिमी विक्षोभ के चलते आज मौसम का रुख बदलता दिखेगा, यहां के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश, ऊंचे इलाकों में बर्फबारी तथा वज्रपात होने की भी आशंका जताई गई हैं।
कहां-कहां है अचानक बाढ़ की आशंका?
मौसम विभाग की मानें तो भारी बारिश के चलते अगले 24 घंटों में तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ जिलों में कम से मध्यम स्तर की अचानक बाढ़ आने की आशंका है।
जिन जिलों में विशेष रूप से चेतावनी दी गई है उनमें चेन्नई, कांचीपुरम, वेल्लोर, तिरुचिरापल्ली, नागपट्टिनम, थिरुवरूर, मदुरै, कड्डालोर, कराईकल आदि शामिल हैं। विभाग ने लोगों को निचले इलाकों में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
लोगों के लिए सुझाव
मौसम विभाग ने सुझाव देते हुए कहा है कि तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग समुद्र से दूर रहें। बिजली गिरने के समय खुले क्षेत्रों, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें। जरूरी न हो तो यात्रा टालें, विशेषकर उन जिलों में जहां भारी से बहुत भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
इस समय देश के दक्षिणी और तटीय भागों में दो सक्रिय कम दबाव संबंधी गतिविधियां जारी हैं जो मौसम को अत्यधिक प्रभावित कर रही हैं। आने वाले दिनों में इनका असर और बढ़ सकता है, जिससे चक्रवात बनने की भी आशंका है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 20 अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, केरल और माहे, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितना बरसा पानी?
कल, 20 अक्टूबर, 2025 को ओडिशा के भुवनेश्वर में 4 सेमी, भवानी पटना में 3 सेमी, केरल और माहे के कोच्चि में 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कन्याकुमारी, कराईकल, चेन्नई और कोडाईकनाल प्रत्येक जगह 2 सेमी, रायलसीमा के तिरुपति में 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के नेल्लोर में 2 सेमी रिकॉर्ड की गई।