
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी 18 जून, 2025 को अपने ताजा अपडेट में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
एक और कम दबाव का क्षेत्र गुजरात और इससे सटे इलाकों में जारी है। साथ ही इससे संबंधित ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉनसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने आज, 18 जून, 2025 को मेघालय, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा इन्हीं राज्यों के कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 204.5 या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज, 18 जून, 2025 को केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने का पूर्वानुमान है।
बारिश के अलावा आज, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने, 4 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का भी अनुमान है।
तटीय कर्नाटक, मराठवाड़ा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने, वज्रपात होने तथा बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में लगातार सक्रिय है। इसके कारण आज, 18 जून, 2025 को उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में 40-50 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने, बजिली कड़कने तथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभवाना जताई गई है, यहां 15.6 से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, उत्तर के इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं कल, 17 जून, 2025 को दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश के चलते मौसम सुहावना बना रहा, लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग की मानें तो 19 से 25 जून के दौरान दिल्ली में मॉनसून दस्तक दे सकता है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसूनी गतिविधि: कहां पहुंचा मॉनसून
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने उत्तरी अरब सागर और गुजरात के कुछ और हिस्सों, विदर्भ के शेष इलाकों, मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों, छत्तीसगढ़ के अधिकांश इलाकों, ओडिशा के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के सभी हिस्सों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है।
वहीं, अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के उत्तरी अरब सागर और गुजरात के बाकी इलाकों, राजस्थान के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के शेष हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बताई जा रही हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के द्वारा आज जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि देश के अधिकतर इलाकों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, उत्तर प्रदेश के उरई में अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के माथेरान में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल 17 जून को कोंकण और गोवा, पूर्वी राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, सौराष्ट्र और कच्छ, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, तटीय कर्नाटक, केरल और माहे, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, हिमाचल प्रदेश तथा लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, उत्तराखंड, असम और मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पूर्वी मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गुजरात, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के इलाकों, पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पश्चिम राजस्थान में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल 17 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के कांडला में 10 सेमी, भुज में 4 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के बर्दवान में 6 सेमी, आसनसोल में 3 सेमी, पूर्वी राजस्थान के पिलानी में 5 सेमी, जयपुर में 4 सेमी, पश्चिमी राजस्थान के चूरू में 5 सेमी, हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में 5 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, नई दिल्ली के पालम में 4 सेमी हरियाणा के हिसार में 3 सेमी, केरल और माहे के कोझिकोड में 4 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।