
पूर्वोत्तर में मॉनसूनी बारिश का कहर जारी है जिसकी वजह से यहां बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। 14 से अधिक जानें जाने की खबर है, बाढ़ के कारण असम में लगभग 78 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश, असम और मिजोरम में भारी नुकसान होने की जानकारी सामने आ रही है। वहीं असम में ब्रह्मपुत्र समेत 10 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, दो जून, 2025 को जारी मौसम के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले एक हफ्ते के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, जबकि अगले पांच दिनों के दौरान यहां भारी से बहुत भारी बारिश के दौर के जारी रहने की आशंका जताई गई है।
जबकि आज, दो जून, 2025 को असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने तथा बिजली गिरने के आसार जताए गए हैं, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात होने तथा गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने के आसार हैं। आज, आंध्र प्रदेश, बिहार, ओडिशा और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में बिजली कड़कने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग की मानें तो दो से चार जून, 2025 के दौरान केरल और माहे में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां बादलों के 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरसने का अनुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू और उत्तरी पंजाब पर समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर जारी है। साथ ही उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में चक्रवाती प्रसार व हवाओं का ट्रफ बना हुआ है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, दो जून, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में गड़गड़ाहट के साथ 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, मध्य प्रदेश, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में बिजली चमकने व 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
जबकि दो से चार जून के दौरान उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग की मानें तो आज, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में धूल भरी आंधी चलने का अंदेशा जताया गया है।
मॉनसूनी गतिविधि
देश के कई इलाकों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का दस्तक देना जारी है। वहीं मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, सैंडहेड द्वीप और बालुरघाट से होकर गुजर रही है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग का कहना है कि आज, सोमालिया तट और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर और पश्चिम-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, उत्तरी गुजरात तट और उत्तर-पूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर के कई हिस्सों, पूर्व-मध्य और दक्षिण-पूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों, मन्नार की खाड़ी और आसपास के कोमोरिन क्षेत्र, मध्य बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों, दक्षिण और उत्तर बंगाल की खाड़ी के आसपास के हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की सलाह दी है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, वहीं अगले तीन दिनों के दौरान तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
अगले चार दिनों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस का उछाल आने और उसके बाद कोई बड़ा बड़ा बदलाव होने का पूर्वानुमान नहीं है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिमी राजस्थान के श्री गंगानगर में अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में छत्तीसगढ़ के पेंड्रा रोड में न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, एक जून को दिल्ली व जम्मू और कश्मीर के कई इलाकों, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तथा ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, एक जून को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के आइजोल में 9 सेमी, लेंगपुई में 5 सेमी, अगरतला में 4 सेमी, इंफाल और कैलाशहर प्रत्येक जगह 2 सेमी, कोंकण और गोवा के माथेरान में 3 सेमी, असम और मेघालय के सिलचर में 2 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 2 सेमी, दिल्ली के सफदरजंग में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।