मॉनसून अपडेट: पूर्वोत्तर, उत्तर और मध्य भारत समेत कई इलाकों में जमकर बरस सकते हैं बादल

कल, लक्षद्वीप और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, यहां 150 मिमी तक बारिश दर्ज की गई
आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में 12 सेमी या 120 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में 12 सेमी या 120 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
Published on

बांग्लादेश और उससे सटे इलाकों में बने कम दबाव का क्षेत्र, लक्षद्वीप और उसके आसपास के इलाकों में जारी चक्रवाती प्रसार और देश में मॉनसूनी गतिविधि की वजह से आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 12 सेमी या 120 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, ओडिशा, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरस सकते हैं बादल, इन सभी राज्यों में बादलों के सात सेमी या 70 मिमी से अधिक बरसने का पूर्वानुमान है।

कल, लक्षद्वीप तथा त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, यहां 150 मिमी तक बारिश दर्ज की गई, वहीं, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई, इन राज्यों में 70 मिमी तक बारिश हुई।

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने गिरने की आशंका जताई गई है

गुरुवार 22 अगस्त 2024 को मौसम का पूर्वानुमान व चेतावनी
गुरुवार 22 अगस्त 2024 को मौसम का पूर्वानुमान व चेतावनी स्रोत: आईएमडी

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक आज, पश्चिम मध्य अरब सागर और दक्षिण पश्चिम अरब सागर के कई इलाकों, पूर्व मध्य और दक्षिण पूर्व अरब सागर के कई हिस्सों, कोंकण, गोवा, कर्नाटक तथा केरल के तटों, लक्षद्वीप, मालदीव, कोमोरिन के इलाकों, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका के तट पर, दक्षिण पश्चिम के कई हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व के हिस्से, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों, उत्तर आंध्र प्रदेश, दक्षिण ओडिशा के तटों से सटे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, पूर्व-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, गोवा तट और उससे सटे कर्नाटक तट पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

आज, पश्चिम-मध्य अरब सागर के पश्चिमी इलाकों, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर, सोमालिया, ओमान के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंच सकती है।

उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट देखे तो कल, रायलसीमा के कडप्पा में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में गुजरात के बुलसर में न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 21 अगस्त को झारखंड, उत्तराखंड, केरल और माहे के कई इलाकों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा तेलंगाना में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा तथा हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

Related Stories

No stories found.
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in