
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की दस्तक के साथ-साथ मराठवाड़ा और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ। इन मौसमी गतिविधियों के चलते मुंबई में आज सुबह से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का दौर जारी है।
मॉनसून आज 26 मई को मुंबई में आगे बढ़ गया है, जो सामान्यतया 11 जून के आसपास आता है यह कम से कम 15 दिन पहले आ चुका है, जिससे मॉनसून के प्रवेश द्वार केरल की तुलना में एक सप्ताह से अधिक समय बढ़ गया है, जहां यह 24 मई यानी आठ दिन पहले पहुंचा था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने 26 मई को मुंबई में दस्तक दी। यह पिछले 75 सालों में सबसे जल्दी दस्तक है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 1956 में 29 मई को मुंबई पहुंचा था। यह 1962 और 1971 में भी इसी दिन पहुंचा था। मौसम विभाग के मुताबिक, सुबह 8.30 से 11.30 बजे के बीच कोलाबा में 105.2 मिलीमीटर, सांताक्रूज में 55 मिमी, बांद्रा में 68.5 मिमी, जुहू एयरपोर्ट में 63.5 मिमी, चेंबूर में 38.5 मिमी, विक्रोली में 37.5 मिमी, महालक्ष्मी में 33.5 मिमी और सायन में 53.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पालघर में 26 मई को बिजली गिरने के साथ तूफानी हवाएं चलने की भी आशंका जताई गई है। 30 मई तक बारिश के दौर के जारी रहने के आसार हैं।
वहीं 27 मई तक बेंगलुरु शहर, बेंगलुरु ग्रामीण, मैसूर और कोडागु जिलों सहित दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिसके बाद मई के अंत तक कर्नाटक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच लगातार तीसरे दिन कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में लगातार बारिश जारी है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक कई जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं, मई महीने में आज सुबह तक बेंगलुरु शहर में कुल 307.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसने मई 2023 में बनाए 305.4 मिमी के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के साथ ही केरल में आज बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। केरल के इडुक्की, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड और कन्नूर जिलों में मध्यम से तीव्र बारिश और 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित अन्य दक्षिणी राज्यों में भयंकर बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं आज, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, विदर्भ, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली कड़कने और बौछारें पड़ने के आसार हैं।
पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी मॉनसून पहुंच गया है, विभाग ने कहा है कि अगले सात दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।
26 मई से एक जून, 2025 के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश होने के आसार हैं, जबकि 28 मई से एक जून के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है।
जहां एक ओर आंधी तूफान व बारिश का दौर जारी है, वहीं दूसरी ओर पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को गर्म हवाओं से राहत नहीं है।
कहां-कहां दस्तक दे चुका है दक्षिण-पश्चिम मॉनसून?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आज 26 मई, 2025 को मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मुंबई सहित महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, बेंगलुरु सहित कर्नाटक, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, मिजोरम के शेष इलाकों, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है।