मौसम विभाग के मुताबिक भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे संबंधित चक्रवाती प्रसार मध्य-ट्रोपास्फेरिक स्तर तक फैला हुआ है।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधि के चलते मौसम विभाग ने कहा है कि 16 से 20 मार्च के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
कम दबाव के चलते 19 और 20 मार्च को दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के और तेज होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।
अगले 5 दिनों के दौरान केरल और माहे के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा हो सकती है इसके अलावा देश के अधिकांश हिस्सों में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।
16 और 17 मार्च को उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
लू या हीट वेव की चेतावनी
16 और 17 मार्च के दौरान पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में गंभीर लू या हीट वेव चलने की आशंका जताई गई है। 18 मार्च को भी इन क्षेत्रों के अलग-अलग हिस्सों में हीट वेव चल सकती है।
आज यानी 16 मार्च को कोंकण, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में लू या हीट वेव चलने की प्रबल आशंका जताई गई है। वहीं 16 और 17 मार्च को गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों और 16 से 18 मार्च के दौरान ओडिशा में भी लू या हीट वेव की प्रबल आशंका है।
कल कहां महसूस की गई लू या हीट वेव
कल पश्चिम राजस्थान के कई हिस्सों में भीषण गर्मी महसूस की गई, गुजरात के अलग-अलग इलाकों में गंभीर लू या हीट वेव महसूस की गई। वहीं कोंकण के अलग-अलग इलाकों में भी लू हीट वेव महसूस की गई।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक
कल हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय तथा राजस्थान के अधिकांश इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया।
वहीं कल पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, गुजरात, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा।
कल विदर्भ, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अधिकांश इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।
वहीं कोंकण और गोवा, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटीय इलाकों और उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग हिस्सों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर 3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल मराठवाड़ा, केरल और माहे, बिहार के कुछ हिस्सों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया। कल देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
कल देश भर में सुरेंद्रनगर (सौराष्ट्र और कच्छ) में अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक
कल पंजाब के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया।
वहीं कल हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
कल उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस से 3.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से बहुत कम
कल तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटीय इलाकों, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, विदर्भ और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -1.6 डिग्री सेल्सियस से -3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कल देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
कल देश के मैदानी इलाकों में फुरसतगंज (पूर्वी उत्तर प्रदेश) में न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें
कल 15 मार्च को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुए या गरज के साथ बौछारें पड़ी।