मौसम विभाग ने अपने मौसम संबंधी ताजा अपडेट में तरह-तरह की मौसमी गतिविधियों का उल्लेख किया है। विभाग ने कहा है कि कर्नाटक से लेकर गोवा के तटों से दूर पूर्व मध्य अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र आज 11 अक्टूबर 2024 को भारतीय समयानुसार सुबह 5:30 बजे गोवा और उत्तरी कर्नाटक के तटों से दूर पूर्व मध्य अरब सागर पर जा पहुंचा है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य अरब सागर पर एक डिप्रेशन में तब्दील होकर और तीव्र होने के आसार हैं।
वहीं श्रीलंका और इससे सटे इलाकों पर बना चक्रवाती प्रसार अब तमिलनाडु तट से दूर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में देखा जा रहा है जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकते हुए मध्य स्तरों तक फैला हुआ है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त अलग-अलग मौसमी गतिविधियों को देखते हुए पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें भारत के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बारिश से लेकर बिजली गिरने की तक आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने कहा है कि भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के अधिकतर हिस्सों में इस सप्ताह हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। प्रायद्वीप के लक्षद्वीप, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अधिकतर हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। जबकि इसी दौरान उत्तर आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।
वहीं आज, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसेंगे बादल, इन राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले चार दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका है। वहीं इस सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर के शेष हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
वहीं आज, यानी 11 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, इन दोनों राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
इस हफ्ते पश्चिम भारत के कोंकण और गोवा तथा गुजरात के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बिजली चमकने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है। जबकि पश्चिम के शेष हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है।
वहीं आज, कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। जबकि आज, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन हिस्सों में बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने का अनुमान है।
पूर्व और मध्य भारत में मौसम संबंधी बदलाव की बात करें तो आने वाले सात दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। वहीं, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अधिकतर हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम भारत के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश होने की उम्मीद जताई गई है। उत्तर-पश्चिम के कई हिस्सों में उमस भरी गर्मी का दौर अभी भी जारी है।
कम दबाव व चक्रवाती प्रसार के चलते समुद्री इलाकों में मौसमी बदलाव होने के आसार हैं, आज, मालदीव, लक्षद्वीप, कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम अरब सागर, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के तटों और पूर्व मध्य अरब सागर के कई हिस्सों, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर से सटे दक्षिण श्रीलंका तट पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं। तूफानी हवाओं के चलते मौसम विभाग ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करें।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, मॉनसून की वापसी की रेखा नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदापुरम, खरगोन, नंदुरबार, नवसारी से होकर लगातार गुजर रही है। इसका मतलब है कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों तथा बिहार और झारखंड के कुछ इलाकों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई हो सकती है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 10 अक्टूबर को असम और मेघालय, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कई इलाकों, सौराष्ट्र और कच्छ, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, तेलंगाना, रायलसीमा, कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितनी हुई बारिश?
कल 10 अक्टूबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के पांडिचेरी में 6 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 4 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के दीव में 3 सेमी, वेरावल में 2 सेमी, असम और मेघालय के गुवाहाटी, मोहनबाड़ी और उत्तरी लखीमपुर हर जगह 2 सेमी तथा केरल और माहे के कन्नूर में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।