
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों पर ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण अगले 12 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान है। साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में चक्रवाती प्रसार व हवाओं का ट्रफ जारी है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के साथ-साथ देश के तमाम हिस्सों में मॉनसूनी बारिश का कहर जारी है। जम्मू और कश्मीर में गर्मी और बारिश दोनों का प्रकोप देखने को मिल रहा है। कहीं भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से हालात खराब हैं, तो कहीं गर्मी से लोग परेशान हैं। रामबन जिला में 25 जून को हुई भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से जम्मू-श्रीनगर हाईवे काफी देर के लिए बंद रहने की खबर है।
मौसम विभाग की मानें तो आज 26 जून को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में बिजली कड़कने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने तथा बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने का पूर्वानुमान है।
वहीं, उत्तराखंड में भी भारी बारिश का दौर जारी है, कई हिस्सों में नदियां उफान पर हैं तो कुछ हिस्सों में भूस्खलन होने की खबर है।
मौसम विभाग ने आज, यानी 26 जून, 2025 को प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा तीन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, इन जिलों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। जबकि उत्तराखंड के बाकी जिलों में तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है।
देश की राजधानी दिल्ली में कल, यानी 25 जून को दिनभर बादल छाए रहे, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी का प्रकोप झेलना पड़ा। मौसम विभाग ने लगातार पांचवें दिन यलो अलर्ट जारी किया, फिर भी बहुत ज्यादा बारिश नहीं हुई। वहीं आज, दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में बिजली कड़कने, गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान लगाया गया है, यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
आज, 26 जून, 2025 को तटीय कर्नाटक, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, झारखंड, केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, इन सभी राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, कोंकण और गोवा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, सौराष्ट्र और कच्छ, विदर्भ, पश्चिम राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश होने की आशंका है, इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मॉनसूनी गतिविधि
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी 26 जून, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। वहीं, मॉनसून की उत्तरी सीमा नागौर, सीकर, भरतपुर, रामपुर, सोनीपत और बठिंडा से होकर गुजर रही है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग की मानें तो आज, सोमालिया, ओमान और इनसे सटे यमन के तटों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकतर इलाकों, पूर्व-मध्य, उत्तरी अरब सागर और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, पूर्व-मध्य और पश्चिम-मध्य, उत्तर-पूर्व, दक्षिण अरब सागर के आसपास के इलाकों, कोंकण और गोवा, कर्नाटक, केरल के तटों, ओडिशा तट और उससे सटे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट, पश्चिम बंगाल के तट, उत्तर-पश्चिम के अधिकांश हिस्सों और उससे सटे उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी, पश्चिम-मध्य और उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों तथा मन्नार की खाड़ी में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, पूर्व मध्य और इससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर के पश्चिमी इलाकों, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ पश्चिमी हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के मुताबिक, आज, 26 जून, 2025 को दिल्ली में अधिकतम तापमान के 33 से 35 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना जताई गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 25 जून, 2025 को राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 25 जून, 2025 को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, केरल और माहे, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, उत्तराखंड, तटीय कर्नाटक, पंजाब, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के अधिकांश इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, पश्चिम राजस्थान, असम और मेघालय, बिहार, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पूर्वी राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तेलंगाना, पश्चिम मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा, रायलसीमा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 25 जून, 2025 को पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में 6 सेमी, खजुराहो में 4 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के वालपराई में 6 सेमी, केरल और माहे के पलक्कड़ में 5 सेमी, त्रिशूर में 4 सेमी, कन्नानोर में 3 सेमी, ओडिशा के भुवनेश्वर में 5 सेमी, बालासोर में 4 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के आइजोल में 4 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 4 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के विशाखापत्तनम में 4 सेमी, तुनी में 3 सेमी, पंजाब के अमृतसर में 3 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के भोपाल और खरगोन प्रत्येक जगह 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।