
देर रात से आज सुबह के दौरान राजधानी दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में घने कोहरे की चादर छाई हुई है। वहीं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश भी घना कोहरा देखा जा रहा है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, छह जनवरी तक असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह के समय घने कोहरे से छुटकारा मिलने के आसार नहीं है।
कोहरे की वजह से आज सुबह, जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा में दृश्यता शून्य मीटर, पंजाब के अमृतसर, आदमपुर आईएएफ, हलवारा आईएएफ, पठानकोट आईएएफ, पटियाला प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, राजस्थान के गंगानगर और सूरतगढ़ प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, कोटा में दृश्यता 200 मीटर, हरियाणा और चंडीगढ़ के अंबाला, सिरसा, चंडीगढ़ प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, हिसार में दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।
वहीं सुबह दिल्ली के पालम में दृश्यता शून्य मीटर, सफदरजंग में दृश्यता 200 मीटर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी, हिंडन आईए, आगरा, प्रयागराज प्रत्येक जगह दृश्यता शून्य मीटर, सुल्तानपुर, कानपुर आईएएफ प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता 200 मीटर, उत्तराखंड के देहरादून में दृश्यता 200 मीटर, असम के गुवाहाटी, धुबरी प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, त्रिपुरा के कैलाशहर और अगरतला प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर रिकॉर्ड की गई।
कहां होगी बारिश और बर्फबारी?
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में समुद्र तल से औसतन 12.6 किमी ऊपर 120 नॉट तक की रफ्तार से उपोष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही हैं। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के चलते चार जनवरी तक पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश तथा बर्फबारी, वहीं पांच से छह जनवरी को इसमें और तेजी आकर भारी बारिश तथा जमकर बर्फबारी होने के आसार हैं।
वहीं, पांच और छह जनवरी को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने और भारी हिमपात का पूर्वानुमान है। वहीं चार से छह जनवरी के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भी हल्की बारिश हो सकती है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है। वहीं, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत तथा झारखंड के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान चार से नौ डिग्री सेल्सियस, पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान नौ से 14 डिग्री तथा पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 14 से 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।
वहीं पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में बिहार के डेहरी में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां-कहां रहेगा सर्दी का प्रकोप व पाले का सितम?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज बिहार के कुछ हिस्सों में लोगों को भारी सर्दी का सितम झेलना पड़ सकता है। वहीं कल, यानी दो जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भयंकर सर्दी से दो चार होना पड़ा।
पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है, वहीं अलगे कुछ दिनों तक अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम के अलग-अलग इलाकों में पाला पड़ने की आशंका जताई गई है।
समुद्र में हलचल
मौसम विभाग के अनुसार, आज दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों में मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन क्षेत्र और मालदीव के इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों, सोमालिया तट और उसके आस-पास, पश्चिम-मध्य अरब सागर के पश्चिमी भागों, ओमान तट और उसके आस-पास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।