
दक्षिण भारत को छोड़कर देश के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क बना हुआ है, तापमान में भी कोई खास बदलाव दर्ज नहीं किया जा रहा है। मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत में औसत समुद्र तल से 12.6 किमी ऊपर 140 नॉट तक की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही हैं। साथ ही 29 नवंबर से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम को बदलने का पूर्वानुमान है।
कोहरे की बात करें तो देश के कई हिस्सों खासकर उत्तर भारत में इसका असर देखा जा रहा है, मौसम विभाग की मानें तो 29 नवम्बर तक हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों तथा 28 से 30 नवम्बर के दौरान पंजाब और हरियाणा, चंडीगढ़ तथा 27 नवम्बर से एक दिसम्बर के दौरान उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
वहीं कल रात से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाके घने कोहरे की चादर में लिपटे हुए हैं। कोहरे के कारण बिहार के सुपौल में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
तापमान में उतार चढ़ाव
नवंबर का महीना बीतने को है अभी भी देश के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं देखा जा रहा है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान और बिहार के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस काफी ऊपर दर्ज किया गया। केरल और माहे के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उत्तर प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
तापमान में गिरावट की बात करें तो मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -5 डिग्री से -3 डिग्री सेल्सियस, यानी काफी नीचे रिकॉर्ड किया गया। पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना, हरियाणा, चंडीगढ़ तथा दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से -3 डिग्री सेल्सियस से -1 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के आसार हैं।
वहीं अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं दिख रही है।
देश की राजधानी दिल्ली और इससे सटे एनसीआर के इलाकों में अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट और न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है। दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि देश की राजधानी के अधिकतर इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब रहा।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिल्ली-एनसीआर में काफी दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है और आज भी आसमान के साफ रहने की संभावना है। सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के चार किमी प्रति घंटे से कम होने के आसार हैं। वहीं, सुबह के समय धुंध व मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
दिन में दिल्ली में उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की गति के बढ़कर आठ किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का पूर्वानुमान है। शाम और रात होते-होते उत्तर दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के घटकर चार किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, जिसके चलते एक बार फिर शाम व रात में धुंध व हल्का कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।
तूफानी गतिविधि के चलते भयंकर बारिश के आसार
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना डीप डिप्रेशन व तूफानी गतिविधि के चलते आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में 20 सेमी (200 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है। वहीं आज, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसेंगे बादल, इन सभी राज्यों में बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।
समुद्र में हलचल
तूफानी गतिविधि के चलते समुद्र में उथल-पुथल जारी है, जिसके कारण आज, दक्षिण केरल तट, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिम के कई इलाकों और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के हिस्सों, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों, श्रीलंका, तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि आज, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तथा श्रीलंका के आसपास 55 से 65 किमी प्रति घंटे की दर चलने वाली भयंकर तूफानी हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 26 नवंबर को अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के अधिकतर इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 26 नवंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के नानकॉरी में 4 सेमी, पोर्ट ब्लेयर में 2 सेमी, माया बंदर, हुट बे, लॉन्ग आइलैंड्स प्रत्येक जगह 1 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के नेल्लोर में 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के नागपट्टिनम में 12 सेमी, कराईकल में 5 सेमी, नुंगमबक्कम और चेनी प्रत्येक जगह 4 सेमी, तंजावुर में 3 सेमी, कोडाइकनाल और टोंडी प्रत्येक जगह 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।