
🔶ऑरेंज अलर्ट : सौराष्ट्र और कच्छ में भारी से बहुत भारी बारिश, 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश के आसार
🟡 येलो अलर्ट: पूर्वोत्तर और पूर्व भारत में भारी बारिश (असम, मेघालय, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा) 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल
🌪️ खतरे की स्थिति: कम दबाव के क्षेत्र के डिप्रेशन में तब्दील होने की आशंका, कच्छ की खाड़ी से उत्तर-पूर्व अरब सागर की ओर बढ़ रहा है दबाव
🌡️ जैसलमेर में में गर्मी का प्रकोप अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस (देश में सबसे अधिक)
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 30 सितंबर, 2025 के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम की ताजा जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी लगभग देश के अधिकतर हिस्सों में शुरू हो चुकी है, कई इलाकों से मानसून लौट भी चुका है। इसके बावजूद, विभाग ने कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का अंदेशा जताया है। विशेष रूप से सौराष्ट्र और कच्छ के इलाकों में अगले 24 घंटों के दौरान मौसम के प्रभाव के तेज रहने के आसार हैं।
मानसून की वापसी की स्थिति
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा अब भारत के पश्चिम और मध्य हिस्सों से होकर गुजर रही है। यह रेखा इस समय वेरावल, भरूच, उज्जैन, झांसी, शाहजहांपुर से होकर निकल रही है। इसका मतलब है कि इन इलाकों से मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है और अब इन हिस्सों में बारिश की गतिविधि कम हो जाएगी।
कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग के मुताबिक, इस समय एक खतरनाक कम दबाव का क्षेत्र सौराष्ट्र और कच्छ के आसपास के इलाकों में बना हुआ है। यह पहले खंभात की खाड़ी के पास था और अब धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। इसके अगले 12 घंटों में कच्छ की खाड़ी को पार कर उत्तरी गुजरात तट से उत्तर-पूर्व अरब सागर में पहुंचने के आसार हैं। उसके बाद इसके पूर्वोत्तर अरब सागर में और तेज होकर डिप्रेशन में तब्दील होने के आसार हैं।
इन गतिविधियों के चलते गुजरात के तटीय इलाकों में तेज बारिश, तूफानी हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में चक्रवाती प्रसार भी जारी है।
कहां-कहां होगी भारी बारिश?
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, 30 सितंबर, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है। विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसमी गतिविधियों का असर आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी देखने को मिल सकता है। इन सभी राज्यों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बादल बरस सकते हैं।
आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी
मौसम विभाग की मानें तो आज, बारिश के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने का अंदेशा भी जताया गया है।
वहीं आज, 30 सितंबर, 2025 को बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पश्चिम मध्य प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने, बौछारें पड़ने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज अरुणाचल प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, मराठवाड़ा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा राजस्थान में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने के आसार हैं।
सलाह और सतर्कता
मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगले 48 घंटों तक अरब सागर के उत्तरी हिस्सों में जाने से परहेज करें। सौराष्ट्र, कच्छ, आंध्र तट और अंडमान क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भारी बारिश के चलते सावधानी बरतने का भी सुझाव दिया गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 29 सितंबर, 2025 को राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के जेउर में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 29 सितंबर, 2025 को कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पंजाब, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, पश्चिम राजस्थान और पूर्वी राजस्थान में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, असम और मेघालय नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, गुजरात तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 29 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार-वेक्स में 11 सेमी, कार निकोबार में 7 सेमी, हुट बे में 3 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 3 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, असम और मेघालय के शिलांग में 1 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के चेन्नई में 1 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के विशाखापत्तनम में 1 सेमी, गुजरात के सूरत में 1 सेमी, उत्तराखंड के देहरादून-मोहकमपुर में 1 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के पोरबंदर में 1 सेमी, ओडिशा के झारसुगुड़ा में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।