मॉनसूनी मौसम में भी उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में गर्मी और उमस जारी है, इन हिस्सों में दिल्ली भी पीछे नहीं है। इस साल अक्सर मौसम विभाग के दिल्ली में मौसम संबंधी पूर्वानुमान कम ही सही बैठ रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र, गुजरात से लेकर मध्य प्रदेश तक आसमानी आफत बरस रही है, इन राज्यों के कई इलाकों में लोग बाढ़ का दंश झेल रहे हैं।
वहीं पहाड़ी राज्य भी लगातार हो रही मॉनसूनी बारिश से बेहाल हैं, उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है और कई इलाके पहले ही बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कई हिस्सों में भूस्खलन की खबरें भी सामने आ रही हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश भी भारी बारिश से त्रस्त है, लाहौल स्पीति व कुल्लू जिला में बाढ़ की वजह से लोगों को काफी नुकसान हुआ है।
वहीं मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, मॉनसून ट्रफ सक्रिय है और समुद्र तल पर अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में है। इसके अगले तीन से चार दिनों में धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। समुद्र तल से दूर दक्षिण गुजरात से केरल तट तक हवाओं का चलना जारी है। वहीं, एक चक्रवाती प्रसार उत्तर-पूर्व अरब सागर और इससे सटे सौराष्ट्र के निचले स्तरों में जारी है।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने के आसार जताए हैं, इन हिस्सों में 20 सेमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, उत्तराखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, सौराष्ट्र और कच्छ, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 12 सेमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट के इलाकों, गुजरात तथा उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन सभी राज्यों में सात सेमी या उससे अधिक बादलों के बरसने का अनुमान है।
वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटवर्ती इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश और केरल के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग के अनुसार, आज, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार तथा झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, उत्तर-पूर्व और इससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, पूर्व-मध्य अरब सागर के अधिकांश इलाकों, दक्षिण-पूर्व अरब सागर के उत्तरी हिस्सों, दक्षिण गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, कर्नाटक के तटों, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, पश्चिम-मध्य और दक्षिण बंगाल की खाड़ी से सटे कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, मध्य अरब सागर और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के निकटवर्ती इलाकों, उत्तरी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, सोमालिया और ओमान के तटों के आसपास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 29 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान कोंकण और गोवा तथा केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, गुजरात, विदर्भ, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और अरुणाचल प्रदेश के कई इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, तटीय कर्नाटक तथा असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, मराठवाड़ा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 29 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के दीघा में 12 सेमी, कोंटाई में 8 सेमी, सागर द्वीप 5 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के खरगोन में 8 सेमी, खंडवा में 5 सेमी, रतलाम में 2 सेमी, केरल के त्रिशूर में 8 सेमी, करिपुर में 6 सेमी, कोझिकोड में 5 सेमी, पलक्कड़ में 3 सेमी, कन्नूर, पुनालुर और तिरुवनंतपुरम हर जगह 2 सेमी बारिश हुई।
वहीं कल, गुजरात के दीसा में 5 सेमी, सूरत में 4 सेमी, बड़ौदा और दमन हर जगह 3 सेमी, अहमदाबाद और गांधीनगर प्रत्येक जगह 2 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के भावनगर में 2 सेमी, तमिलनाडु के वालपराई में 4 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 6 सेमी, कोंकण और गोवा के माथेरान में 4 सेमी, दहानू में 2 सेमी, मिजोरम के आइजवाल में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।