डिप्रेशन व चक्रवाती गतिविधि के चलते दक्षिण भारत के कई राज्यों में भयंकर बारिश रिकॉर्ड की कई, तमिलनाडु में जारी तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश की वजह से लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, राज्य के कई हिस्सों में जलभराव व बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश को देखते हुए राज्य के कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया हैं। कई हिस्सों में बस सेवाओं पर असर पड़ा है। जलभराव की वजह से चेन्नई सेंट्रल-मैसूर कावेरी एक्सप्रेस समेत चार एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द किए जाने की खबर है। इसके अलावा कई घरेलू उड़ानें भी स्थगित की गई हैं।
वहीं मौसम विभाग ने आज, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने के आसार जताए हैं। जबकि तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा कर्नाटक में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, दक्षिण भारत के केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, कर्नाटक और तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश होने की भी आशंका जताई गई है, दक्षिण के इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव के बात करें तो, अगले पांच दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा। इस सप्ताह के दौरान गुजरात के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
अगले दो दिनों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और उसके बाद के पांच दिनों के दौरान मौसम के शुष्क रहने के आसार जताए गए हैं।
वहीं आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग के द्वारा पूर्वी भारत को लेकर जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि इस हफ्ते अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर भारत में इस सप्ताह के दौरान भारी बारिश होने की संभावना नहीं है, यानी यहां मौसम के शुष्क रहने का पूर्वानुमान है। दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में इस सप्ताह मौसम के साफ रहने का अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि 17 से 21 अक्टूबर तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। दिन में बादलों के छाए रहने के आसार हैं। दोपहर में मौसम गर्म रहेगा, रात में पारे के लुढ़कने से ठंड महसूस हो सकती है।
दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बने डिप्रेशन की वजह से आज, केरल, कर्नाटक के तटों और इससे सटे लक्षद्वीप के इलाकों, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के तटों, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से लगे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, उत्तरी श्रीलंका तट, उत्तरी तमिलनाडु और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के श्री गंगानगर में अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 16 अक्टूबर को केरल और माहे के कई इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों, गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, झारखंड तथा ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।