असम-मेघालय, केरल और माहे समेत इन राज्यों में भारी बारिश, जानें कहां से हो चुकी है मॉनसून की विदाई

अगले एक सप्ताह के दौरान उत्तर-पश्चिम, पश्चिमी एवं मध्य भारत के अधिकतर इलाकों में बारिश न के बराबर होगी या मौसम शुष्क बना रहेगा।
आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है
आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है
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कोमोरिन के इलाकों से लेकर दक्षिण तटीय कर्नाटक तक निचले स्तरों पर हवाओं का एक ट्रफ बना हुआ है। वहीं एक चक्रवाती प्रसार पूर्वोत्तर असम और इसके निचले और मध्य स्तरों के बीच जारी है। मौसम की इन गतिविधियों के चलते आज, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अपडेट के मुताबिक, एक, दो और चार अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश में तथा इस पूरे हफ्ते असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा

वहीं, दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो एक से चार अक्टूबर के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में तथा एक से तीन अक्टूबर के दौरान केरल और माहे में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यानी इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) से ज्यादा बरस सकते हैं बादल।

मौसम विभाग की मानें तो अगले एक सप्ताह के दौरान उत्तर-पश्चिम, पश्चिमी एवं मध्य भारत के अधिकतर इलाकों में बारिश न के बराबर होगी या मौसम शुष्क बना रहेगा।

वहीं कल, 30 सितंबर को देशभर में सबसे अधिक बारिश सौराष्ट्र और कच्छ के अमरेली में 40 मिमी रिकॉर्ड की गई, जबकि उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के मालदा में 20 मिमी तक बरसे बादल।

समुद्री इलाकों में मौसमी हलचल की बात करें तो आज, यानी एक अक्टूबर को मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन क्षेत्र, केरल तट, लक्षद्वीप के इलाके और आसपास के मालदीव के इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने का पूर्वानुमान है।

वहीं आज, सोमालिया तट के आसपास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 65 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। तूफानी हवाओं की वजह से मौसम विभाग ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करें।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के कुछ और हिस्सों तथा जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी हो सकती हैं

स्रोत: आईएमडी

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के फलौदी में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 30 सितंबर को केरल और माहे, असम और मेघालय, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, गुजरात तथा कोंकण और गोवा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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