पूर्वोत्तर व दक्षिण भारत में भारी बारिश, देश के कई हिस्सों में शुष्क रहेगा मौसम
आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम और मणिपुर के कुछ जिलों में अचानक बाढ़ के आसार, नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो सकती है।
उत्तराखंड और हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और वर्षा के कारण तापमान में गिरावट आई है। राजधानी दिल्ली में भी सुबह और शाम ठंड महसूस होने लगी है।
अक्टूबर का महीना भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी का समय होता है। इसी कड़ी में मौसम विभाग ने आज, नौ अक्टूबर, 2025 को देश के कई हिस्सों में चक्रवाती प्रसार, बारिश और मानसून की वापसी से जुड़ी अहम जानकारी दी है। विभाग ने कहा है कि इस समय भारत के कई हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
उत्तर ओडिशा और इसके आस-पास के इलाके, मध्य असम और इससे सटे हिस्सों, कोमोरिन के इलाकों में ऊंचाई पर चक्रवाती प्रसार सक्रिय है। वहीं एक ट्रफ रेखा दक्षिण ओडिशा से लेकर तमिलनाडु होते हुए गल्फ ऑफ मन्नार तक फैली हुई है, जो तेलंगाना, रायलसीमा और आंतरिक तमिलनाडु से होकर गुजर रही है।
इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में सक्रिय है, जो अब उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और इसके पड़ोसी इलाकों में फैला हुआ है। इसके साथ ही, यह विक्षोभ एक ऊपरी ट्रफ के रूप में भी मौजूद है।
कहां-कहां है भारी बारिश के आसार?
विभिन्न मौसमी गतिविधियों को देखते हुए विभाग ने आज, नौ अक्टूबर, 2025 को आंध्र प्रदेश, केरल और माहे, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा वज्रपात के भी आसार जताए हैं।
विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जबकि यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
देश की राजधानी दिल्ली तथा इससे सटे एनसीआर में बारिश के बाद ठंडक का अहसास होने लगा है। बारिश के चलते तापमान में गिरावट देखी गई है। इसकी वजह से सुबह और शाम ठंड महसूस होने लगी है। हालांकि दिन में मौसम का मिजाज सामान्य है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज, नौ अक्टूबर को आसमान पूरी तरह साफ रहेगा और धूप के चलते गर्मी बढ़ेगी। अधिकतम तापमान के 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि अक्टूबर के अंत तक ठंडक में बढ़ोतरी होने के आसार जताए गए हैं।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, उत्तराखंड से मानसून ने सामान्य समय से पहले विदाई ले ली है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से अक्टूबर के पहले सप्ताह में औसत से अधिक बरसात दर्ज की गई। ऊंचे हिमालयी इलाकों में बर्फबारी भी रिकॉर्ड की गई है और इससे तापमान में कमी आई है।
आज, नौ अक्टूबर, 2025 को उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश या बौछारे पड़ने का पूर्वानुमान है। प्रदेश के बाकी जिलों में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।
कहां हैं आंधी-तूफान व बिजली गिरने के आसार?
मौसम विभाग के मुताबिक, आज दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बारिश के साथ-साथ 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं भी चल सकती हैं। जबकि आज, तटीय कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
अचानक बाढ़ का खतरा
मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों में कुछ जिलों में कम से मध्यम स्तर की अचानक बाढ़ आने का खतरा जताया गया है। इन राज्यों में असम और मेघालय के उत्तर कछार हिल्स, पूर्व खासी हिल्स, पश्चिम खासी हिल्स, जयंतिया हिल्स शामिल हैं।
इसी दौरान नगालैंड के कोहिमा, मोन, फेक, तुएनसांग, वखा, जुन्हेबोटो और मिजोरम के आइजोल, चम्पाई, लुंगलेई, सईहा तथा मणिपुर के चंदेल, सेनापति, तमेंगलोंग और उखरूल जिलों में अचानक बाढ़ आने का अंदेशा जताया गया है।
विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इन जिलों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है। लोगों को पहाड़ी क्षेत्रों, नदी किनारों और जलभराव वाले इलाकों से बचने की सलाह दी गई है।
जरूरी सावधानियां
लोगों को बिजली गिरने से बचने के लिए खुले मैदानों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने का सुझाव दिया गया है। किसानों के लिए बारिश और तेज हवाओं को देखते हुए फसल की सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है। साथ ही फसलों को ढककर रखने या तुरंत कटाई पर विचार करने को कहा गया है।
यात्रियों के लिए भारी बारिश और तूफान वाले इलाकों में यात्रा से बचने का सुझाव दिया गया है। सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं और ट्रैफिक में बाधा आ सकती है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो से तीन दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात के शेष हिस्सों, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्से महाराष्ट्र के कुछ और इलाकों से विदाई ले सकता है। यह संकेत है कि अब भारत में शरद ऋतु धीरे-धीरे शुरू हो रही है।
भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम की गतिविधियां सक्रिय हैं। दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में आने वाले 24 घंटे भारी बारिश और तूफानी हवाओं से प्रभावित हो सकते हैं। साथ ही, कुछ क्षेत्रों में मानसून की वापसी के संकेत मिल रहे हैं, जो आने वाले हफ्तों में तापमान और मौसम में बदलाव ला सकता है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, आठ अक्टूबर, 2025 को आंध्र प्रदेश के कावली में अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, आठ अक्टूबर, 2025 को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, पंजाब, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, छत्तीसगढ़, रायलसीमा और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, आठ अक्टूबर, 2025 को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के चित्रदुर्ग में 8 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अगरतला में 7 सेमी, दीमापुर में 5 सेमी, आइजोल-लेंगपुई में 2 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के गडग में 5 सेमी, असम और मेघालय के चेरापूंजी में 4 सेमी, शिलांग में 2 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में 4 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, ओडिशा के भुवनेश्वर में 4 सेमी, तेलंगाना के हैदराबाद में 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अमरावती में 2 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के मालदा में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।