
मौसम विभाग ने आज सुबह छह अगस्त, 2025 को अपने ताजा अपडेट में कहा है कि मानसूनी ट्रफ से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार तथा पश्चिमी विक्षोभ ऊपरी स्तरों पर एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते लगभग पूरे भारत में बादलों के बरसने के आसार हैं।
विभाग ने कहा है कि आज, छह अगस्त, 2025 को केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश हो सकती है। यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी है तथा 204.5 मिमी से अधिक बारिश के आसार हैं।
वहीं आज, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा है। इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है। उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट जबकि बाकी राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक आज, छह अगस्त, 2025 को हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद तथा पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बादलों के गरज के साथ जमकर बरसने तथा वज्रपात होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने उत्तर के इन राज्यों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बादल बरस सकते हैं।
वहीं आज, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, बिहार, लक्षद्वीप, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है। इन सभी राज्यों में भी बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने के आसार हैं।
इन राज्यों में अचानक बाढ़ व जलभराव की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और उत्तरकाशी जिलों में भीषण बारिश के चलते अचानक बाढ़ व जलभराव का अंदेशा जताया गया है।
वहीं,अगले 24 घंटों के दौरान तटीय कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में पानी भरने तथा अचनाक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है। इसी दौरान केरल और माहे के अलाप्पुझा, एर्नाकुलम, इडुक्की, कन्नूर, कासरगोड, कोल्लम, कोट्टयम, कोजिकोड, मलप्पुरम, पलक्कड़, पट्टानमित्तिया, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर और वायनाड जिलों में अचानक बाढ़ व जलभराव का खतरा है।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग ने कहा है कि आज, सोमालिया, पश्चिम मध्य अरब सागर के कई इलाकों, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, पूर्व मध्य के कुछ हिस्सों, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण श्रीलंका के तटों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने का अंदेशा जताया गया है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी भी अन्य तरह की गतिविधि से दूर रहने का सुझाव दिया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के हाफलोंग में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, पांच अगस्त, 2025 को झारखंड, केरल और माहे, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पूर्वी राजस्थान, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पंजाब, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उत्तर आंतरिक कर्नाटक तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, पांच अगस्त, 2025 को हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में 8 सेमी, उत्तराखंड के देहरादून-मोहकमपुर में 6 सेमी,पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के डायमंड हार्बर में 6 सेमी, हल्दिया में 4 सेमी, कोलकाता-अलीपुर में 3 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के सोलापुर में 6 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के गडग में 6 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 6 सेमी, असम और मेघालय के उत्तरी लखीमपुर में 5 सेमी, शिलांग और चेरापूंजी प्रत्येक जगह 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 4 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में 4 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के तिरुचिरापल्ली में 3 सेमी, रायलसीमा के अनंतपुर 3 सेमी, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के चित्रदुर्ग में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पूर्वी-उत्तर प्रदेश के गोरखपुर 3 सेमी, कानपुर एयरफोर्स में 2 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में 3 सेमी, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के जम्मू में 3 सेमी, बनिहाल और कटरा प्रत्येक जगह 2 सेमी, तेलंगाना के निजामाबाद में 2 सेमी, लक्षद्वीप के अमिनदिवी में 2 सेमी, झारखंड के जमशेदपुर में 2 सेमी, केरल और माहे के कोझिकोड में 2 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बागडोगरा में 2 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अगरतला में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।