कई राज्यों में भारी बारिश के आसार, मध्य प्रदेश व राजस्थान के कई जिले बाढ़ की चपेट में

दिल्ली-एनसीआर में अगले चार से पांच दिन बादल छाए रहने और रूक-रूक कर बादलों के बरसने का पूर्वानुमान है।
अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, शिमला और कुल्लू जिलों तथा  उत्तराखंड के चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ जिलों में पानी भरने तथा अचानक बाढ़ आने का खतरा है।
अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, शिमला और कुल्लू जिलों तथा उत्तराखंड के चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ जिलों में पानी भरने तथा अचानक बाढ़ आने का खतरा है।
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दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में आज सुबह से ही रूक-रूक रिमझिम बारिश हो रही है, लेकिन फिर भी उमस भरी गर्मी से मामूली राहत है। दिल्ली में आज अधिकतम तापमान के 30 से 32 डिग्री, न्यूनतम तापमान के 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। वहीं कल, 30 जुलाई को अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री रहा, जिसमें सामान्य से 1.7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसमें सामान्य से 1.3 डिग्री की गिरावट देखी गई है।

मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी 31 जुलाई, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर में अगले चार से पांच दिन बादल छाए रहने और रूक-रूक कर बादलों के बरसने की संभावना है। जबकि मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिले भारी बारिश के चलते बाढ़ की चपेट में हैं।  

मौसम विभाग ने इसके पीछे कई तरह की मौसमी गतिविधियों को जिम्मेवार बताया है। इसमें मानसून की ट्रफ के बीकानेर, देवमाली, सीधी, डाल्टनगंज, दीघा से होकर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक पहुंचना। देश के विभिन्न हिस्सों में चक्रवाती प्रसार का जारी रहना, साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के चक्रवाती प्रसार के रूप में पंजाब और उससे सटे पाकिस्तान पर बने रहना शामिल है।

इन गतिविधियों का असर आज, 31 जुलाई, 2025 को असम और मेघालय तथा राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में भी दिखेगा। इन राज्यों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। विभाग ने आज के लिए यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और 155.6 से 204.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।  

मौसमी गतिविधियां हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद तथा उत्तराखंड को भी प्रभावित करेंगी। उत्तर के इन राज्यों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने तथा वज्रपात होने के आसार हैं। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल साथ ही येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।  

वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा भारी बारिश होने का अंदेशा है। विभाग ने यहां भी भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां बादलों के बरसने की बात करें तो 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं।

आज, 31 जुलाई, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, गुजरात, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा विदर्भ के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

इन राज्यों में अचानक बाढ़ व जलभराव की चेतावनी

मौसम विभाग के मुताबिक, भारी बारिश के चलते अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, शिमला और कुल्लू जिलों तथा  उत्तराखंड के चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ जिलों में पानी भरने तथा अचानक बाढ़ आने का खतरा है

अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान के सीकर और झुंझुनूं जिलों तथा पश्चिमी राजस्थान के चूरू और नागौर जिलों में भारी से बहुत भरी बारिश के चलते अचानक बाढ़ आने व जलभराव का अंदेशा जताया गया है

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के खंडवा में न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 30 जुलाई, 2025 को केरल और माहे, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, उत्तराखंड, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, पंजाब, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली तथा हिमाचल प्रदेश में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।  

वहीं कल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम राजस्थान, बिहार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 30 जुलाई, 2025 को असम और मेघालय के चेरापूंजी में 9 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 5 सेमी, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कटरा में 5 सेमी, भद्रवाह में 4 सेमी, जम्मू, बनिहाल, बटोट प्रत्येक जगह 2 सेमी, पूर्वी राजस्थान के जयपुर में 4 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के  कोलकाता-अलीपुर में 4 सेमी, दम दम, हल्दिया प्रत्येक जगह 3 सेमी, दीघा में 2 सेमी, पंजाब के पटियाला, चंडीगढ़ प्रत्येक जगह 4 सेमी बारिश दर्ज की गई।  

वहीं कल, पश्चिम मध्य प्रदेश के  ग्वालियर में 3 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर में 3 सेमी, पश्चिम उत्तर प्रदेश के बरेली में 3 सेमी, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के नई दिल्ली-सफदरजंग, पालम तथा हिसार प्रत्येक जगह 3 सेमी, हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में 3 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के दीमापुर में 2 सेमी, ओडिशा के झारसुगुड़ा और राउरकेला प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

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