भारी बारिश की चेतावनी: मानसून की विदाई के बीच कई राज्यों में अलर्ट

पश्चिमी विक्षोभ इस समय मध्य स्तरों पर उत्तर में सक्रिय है, जिसकी वजह से हिमालयी क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है।
अंडमान-निकोबार, अरुणाचल, असम-मेघालय, बिहार, पश्चिम मध्य प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश।
अंडमान-निकोबार, अरुणाचल, असम-मेघालय, बिहार, पश्चिम मध्य प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश।
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मौसम विभाग ने आज सुबह, यानी 20 सितंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा इस समय बठिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, डीसा और भुज से गुजर रही है।

आने वाले तीन से चार दिनों में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों से भी मानसून की विदाई होने की संभावना है। इसका अर्थ यह है कि उत्तर-पश्चिम भारत में अब धीरे-धीरे बारिश का असर कम होगा और शुष्क मौसम शुरू हो सकता है।

स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि उत्तर अंडमान सागर और म्यांमार तट के ऊपर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार सक्रिय है। यह प्रणाली 22 सितंबर तक उत्तर बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकती है।

इसके अलावा, 25 सितंबर के आसपास म्यांमार-बांग्लादेश तट के पास पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। इन मौसमी गतिविधियों के कारण पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में बारिश का दौर और तेज हो सकता है।

देश के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। जिसके चलते मध्य भारत में बादल और बारिश हो सकती है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ इस समय मध्य स्तरों पर उत्तर में सक्रिय है, जिसकी वजह से हिमालयी क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है।

भारी बारिश की चेतावनी

आज, 20 सितंबर को कई राज्यों में भारी बारिश होने का अनुमान है। इन राज्यों में अंडमान-निकोबार द्वीप, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, बिहार, आंतरिक कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अंदेशा जताया गया है। मौसम विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आंधी-तूफान और बिजली गिरने का अंदेशा

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश के साथ-साथ अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज तूफानी हवाएं चलने और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल तथा पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने और तूफानी गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।

इसके अलावा, बिहार, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में भी बौछारें पड़ने तथा गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका है। इन इलाकों में लोगों को सावधानी बरतने और खुले मैदानों में ज्यादा देर न रुकने की सलाह दी गई है।

लोगों के लिए सतर्क रहने की सलाह

बारिश और आंधी-तूफान के इस दौर में आम लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। भारी बारिश के दौरान निचले इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है। वहीं, बिजली गिरने की आशंका वाले इलाकों में लोगों को खुले में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए और पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे खड़ा होने से परहेज करने को कहा गया है।

ग्रामीण इलाकों में खेतों में काम कर रहे किसानों को सलाह दी गई है कि वे बारिश और तूफानी हवाओं के समय सुरक्षित स्थानों जाने का सुझाव दिया गया है। इसके अलावा, समुद्र में मछुआरों को भी फिलहाल समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बन रहे नई प्रणाली से समुद्र में लहरें तेज हो सकती हैं।

कुल मिलाकर, भारत में मानसून अपने अंतिम चरण में है। उत्तर-पश्चिम भारत से धीरे-धीरे इसकी विदाई हो रही है, लेकिन पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में अभी भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी में नई प्रणाली बनने से आने वाले दिनों में कुछ राज्यों में बारिश का दौर और लंबा खिंच सकता है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 19 सितंबर, 2025 को राजस्थान के चुरू में अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के हाफलोंग में न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 19 सितंबर, 2025 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बिहार और तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय, गुजरात, विदर्भ, सौराष्ट्र और कच्छ, झारखंड, पूर्वी राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, उत्तराखंड, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा, मराठवाड़ा, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और उत्तर आंतरिक कर्नाटक के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

19 सितंबर, 2025 को असम और मेघालय के हाफलोंग में 60 मिमी, कोंकण और गोवा के मुंबई में 6 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के मालेगांव में 5 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लॉन्ग आइलैंड में 4 सेमी, हुट बे में 2 सेमी, बिहार के पटना-हवाई अड्डे में 4 सेमी, मुजफ्फरपुर में 2 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के बैतूल और रतलाम प्रत्येक जगह 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।

वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कोंटाई में 2 सेमी, उत्तराखंड: देहरादून-मोहकमपुर में 2 सेमी, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में 2 सेमी, रायलसीमा के तिरुपति में 2 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

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