पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश के आसार, अरुणाचल, असम और मेघालय में अलर्ट

अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है।
आज, भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
आज, भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
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दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और इसके आसपास बना हवाओं का प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इसकी वजह से अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है। वहीं, मालदीव के इलाकों पर कल बना चक्रवाती प्रसार अब लक्षद्वीप के निचले स्तरों पर जारी है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के कारण आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग मैदानी हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 12 सेमी (120 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

उपरोक्त गतिविधियों का असर कल, यानी तीन अक्टूबर को भी दिखा, जहां पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई इन हिस्सों में 17 सेमी (170 मिमी) तक बरसे बादल, जबकि असम और मेघालय में नौ सेमी (90 मिमी) तक बारिश दर्ज की गई।

मौसम विभाग की मानें तो आज, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है

आज, भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

साथ ही आज, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात के भी आसार जताए गए हैं।

वहीं कल, यानी तीन अक्टूबर को सौराष्ट्र और कच्छ, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसे बादल, इन राज्यों में नौ सेमी (90 मिमी) तक बारिश रिकॉर्ड की गई।

मौसम विभाग ने अपने मौसम संबंधी अपडेट में कहा है कि उत्तर-पश्चिम, पश्चिमी एवं मध्य भारत में अगले एक सप्ताह के दौरान बारिश संबंधी कोई बड़ी गतिविधि होने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

समुद्री गतिविधि को देखें तो आज, मन्नार की खाड़ी, पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश इलाकों तथा पश्चिम-मध्य और उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के निकटवर्ती हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने का पूर्वानुमान है। इन तूफानी हवाओं की वजह से मौसम विभाग ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करें।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी को लेकर मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो से तीन दिनों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष इलाकों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, पूर्वी राजस्थान के शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ और हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों से मॉनसून के लौटने का पूर्वानुमान है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून धीरे-धीरे वापसी कर रहा है
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून धीरे-धीरे वापसी कर रहा हैस्रोत: आईएमडी

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, तीन अक्टूबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, लक्षद्वीप, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कई इलाकों, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, तमिलनाडु तथा पुडुचेरी और कराईकल में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, बिहार, झारखंड, ओडिशा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, गुजरात तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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