बिहार, गुजरात व पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश के आसार, जानें अपने शहर का हाल

देश के कई हिस्सों में कम दबाव के क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ के असर से अगले कुछ दिनों तक बारिश और गरज-चमक के आसार।
आज, अंडमान -निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम व मेघालय, बिहार, गुजरात, कोंकण-गोवा समेत कई राज्यों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं
आज, अंडमान -निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम व मेघालय, बिहार, गुजरात, कोंकण-गोवा समेत कई राज्यों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं
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सारांश
  • बिहार–झारखंड में सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र: अगले 12 घंटे में कमजोर पड़ेगा।

  • अरब सागर का डिप्रेशन कमजोर पड़ कर कम दबाव का क्षेत्र बना, गुजरात और महाराष्ट्र तट की ओर बढ़ रहा है।

  • अंडमान सागर में चक्रवाती प्रसार के आसार, 48 घंटों में बन सकता है निम्न दबाव क्षेत्र।

  • देश के कई हिस्सों में आज गरज के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने की आशंका।

  • तीन नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर भारत में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान।

देश के कई इलाकों में नवंबर माह की शुरुआत के साथ ही मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, एक नवंबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट में कहा है कि वर्तमान में एक से अधिक कम दबाव के क्षेत्र और चक्रवाती प्रसार सक्रिय हैं। इनका असर देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, गर्जन और तेज हवाओं के रूप में देखने को मिलेगा।

पूर्वी भारत में सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र

आज, एक नवंबर, 2025 की सुबह 5:30 बजे, दक्षिण-पश्चिम बिहार और उससे सटे झारखंड के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर गंगा के मैदानों इलाकों की ओर बढ़ गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि इसके अगले 12 घंटों में उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए कमजोर पड़ने की संभावना है।

इस मौसमी गतिविधि के कारण बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है।

अरब सागर में कमजोर पड़ा कम दबाव

पूर्व-मध्य अरब सागर में बना डिप्रेशन अब कमजोर होकर अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया है। यह आज सुबह पूर्व-मध्य और इससे सटे उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर बना हुआ है।

मौसम विभग के अनुसार, इसके अगले 24 घंटों में उत्तर-पूर्व की दिशा में दक्षिण गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र के तटों की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर पड़ते हुए कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने का अनुमान है। इसके कारण गुजरात, कोंकण और गोवा के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश और कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है

आज एक नवंबर, 2025 को उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते देश के कई इलाकों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इनमें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, बिहार, गुजरात, कोंकण और गोवा, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ इलाके शामिल हैं, जहां भारी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

इसके अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, गुजरात और ओडिशा में बिजली गिरने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अंदेशा जताया गया है। वहीं, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, मध्य प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बिजली गिरने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की आशंका जताई गई है।

उत्तर-पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि तीन नवंबर की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होकर पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम को प्रभावित करेगा। इसके प्रभाव से चार से छह नवंबर के बीच जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हो सकता है

वहीं, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में भी हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखी जा सकती है, जबकि इसके गुजरने के बाद उत्तर भारत में ठंडी हवाएं फिर से सक्रिय हो जाएंगी।

पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत के कई हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों तक बारिश और आंधी-तूफान का दौर बना रहेगा। विभाग के द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की कटाई या भंडारण कार्यों को ध्यानपूर्वक करें और मौसम विभाग के ताजा अपडेट पर नजर रखें।

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