दक्षिण भारत में भारी बारिश, उत्तर में मौसम के शुष्क व साफ रहने का पूर्वानुमान

केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में आज भारी बारिश का पूर्वानुमान, जबकि उत्तर भारत में मौसम शुष्क और साफ रहेगा
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कुछ समय पहले हुई बर्फबारी के बाद, यहां सर्दी बढ़ गई है, आने वाले दिनों में इसके और बढ़ने के आसार हैं।
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कुछ समय पहले हुई बर्फबारी के बाद, यहां सर्दी बढ़ गई है, आने वाले दिनों में इसके और बढ़ने के आसार हैं।
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सारांश
  • दक्षिण भारत में भारी बारिश का दौर जारी: केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में आज येलो अलर्ट, कई हिस्सों में 60 मिमी से अधिक बारिश की संभावना।

  • उत्तर भारत में शुष्क मौसम: दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में साफ आसमान, रात में हल्की ठंडक बढ़ी।

  • मानसून की विदाई अंतिम चरण में: वापसी की रेखा गुवाहाटी तक पहुंची, अगले दो से तीन दिनों में पूरे देश से मानसून की पूरी विदाई।

  • पहाड़ी राज्यों में बढ़ी सर्दी : उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हाल की बर्फबारी के बाद तापमान गिरा, 19 अक्टूबर तक साफ मौसम रहने का अनुमान।

  • कृषि पर असर: दक्षिणी राज्यों के किसानों को फसल कटाई में सावधानी की सलाह, उत्तर भारत में रबी फसलों की तैयारी के लिए अनुकूल हालात।

देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून अब अपने अंतिम चरण में है। मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 14 अक्टूबर, 2025 को जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में कई ऊपरी हवाओं के चक्रवाती प्रसार सक्रिय हैं, जिनका असर स्थानीय मौसम पर पड़ रहा है।

उत्तर प्रदेश के मध्य हिस्सों, दक्षिण बांग्लादेश और उससे सटे इलाकों तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और उसके आसपास के हिस्सों में चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। वहीं पश्चिम-मध्य अरब सागर में 1.5 किमी की ऊंचाई तक एक प्रसार बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम तटों पर नमी ला रहा है।

इन सभी मौसमी गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने आज यानी 14 अक्टूबर, 2025 को आंध्र प्रदेश, केरल व माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का अंदेशा जताया है। इन सभी राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि यहां 64.5 से 155.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं, केरल, माहे, लक्षद्वीप, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाएं चल सकती हैं और बिजली भी गिरने की आशंका जताई गई है

इसके अलावा आज, 14 अक्टूबर, 2025 को आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ साथ बिजली गिरने के आसार हैं। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मिल रही नमी अभी भी दक्षिणी राज्यों के मौसम पर असर डाल रही है।

उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में मौसम अब साफ और शुष्क हो गया है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में दिन का तापमान सामान्य या उससे थोड़ा अधिक बना हुआ है, जबकि रात में हल्की ठंडक महसूस की जा रही है। जैसे-जैसे मानसून की वापसी पूरी होगी, उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट शुरू होगी। इससे अक्टूबर के अंत तक हल्की सर्दी की शुरुआत हो सकती है

वहीं देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां आज विभाग ने किसी तरह की मौसमी चेतावनी जारी नहीं की है। यहां अधिकतम तापमान के 31 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान के 19 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कुछ समय पहले हुई बर्फबारी के बाद, यहां सर्दी बढ़ गई है, आने वाले दिनों में इसके और बढ़ने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आ सकती है। खासकर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में ठंड के प्रकोप के बढ़ने के आसार हैं।

हालांकि राज्य की राजधानी देहरादून में आज मौसम शुष्क रहेगा और कुछ इलाकों में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के बाद हिमाचल प्रदेश में 19 अक्टूबर तक पूरे राज्य में मौसम के साफ रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

मौसम का कृषि पर असर और सावधानियां

मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि दक्षिण भारत के जिन हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है, वहां फसल कटाई या भंडारण के दौरान सावधानी बरतें। साथ ही, बिजली गिरने और गरज-चमक के दौरान खुले स्थानों पर जाने से बचें।

दूसरी ओर जिन राज्यों से मानसून लौट चुका है, वहां रबी की फसलों की तैयारी का समय शुरू हो रहा है। खेतों में नमी अभी भी पर्याप्त है, जिससे बुवाई के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी रहेंगी।

कुल मिलाकर दक्षिण-पश्चिम मानसून अब समाप्ति की ओर है। दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में अभी भी बारिश की सक्रियता बनी हुई है, जबकि देश के बाकी हिस्सों में शुष्क मौसम और साफ आसमान का दौर जारी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों में पूरे देश से मानसून की विदाई पूरी हो जाएगी, जिसके बाद उत्तर भारत में ठंड का मौसम धीरे-धीरे दस्तक देने लगेगा।

हालांकि मानसून की वापसी की रेखा अब कारवार, कलबुर्गी, निजामाबाद, कांकेर, क्योंझरगढ़, सागर द्वीप, गुवाहाटी तक पहुंच चुकी है। इसका मतलब है कि मानसून अब देश के अधिकांश उत्तरी और मध्य भागों से लौट चुका है तथा शेष राज्यों से इसकी वापसी की प्रक्रिया तेजी से जारी है।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर राज्यों के शेष हिस्सों से भी लौट जाएगा। इसके साथ ही पूरे देश में मानसून की औपचारिक समाप्ति हो जाएगी

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 13 अक्टूबर, 2025 को राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के मंडी में न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 13 अक्टूबर, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह, असम और मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल, तेलंगाना, रायलसीमा तथा केरल और माहे के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 13 अक्टूबर, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश के बापटला में 6 सेमी, अंडमान व निकोबार द्वीप के कार निकोबार में 2 सेमी, असम और मेघालय के बारापानी में 2 सेमी, तमिलनाडु के कोयंबटूर और वालपराई प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि उत्तर और मध्य भारत में मौसम साफ रहा।

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