मौसम अलर्ट: कर्नाटक और केरल में भारी बारिश, वज्रपात और ओलावृष्टि के आसार

मौसम का दोहरा रंग देखने को मिल रहा है, जहां एक ओर दक्षिण में बारिश,ओले गिरने और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की गई है, वहीं दूसरी ओर उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है।
आज, छत्तीसगढ़, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात और ओलावृष्टि होने का अंदेशा जताया गया है।
आज, छत्तीसगढ़, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात और ओलावृष्टि होने का अंदेशा जताया गया है।फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स
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देश के कई हिस्सों में अलग-अलग तरह की मौसमी गतिविधियां जारी है, इसी क्रम में मध्य महाराष्ट्र और इसके निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार जारी है। दक्षिण छत्तीसगढ़ से मध्य महाराष्ट्र और इससे सटे इलाकों पर चक्रवाती प्रसार हवाओं के एक ट्रफ के रूप में बना हुआ है।

उत्तर-दक्षिण में हवाओं का ट्रफ मध्य महाराष्ट्र से निचले स्तरों से होते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक चक्रवाती प्रसार जारी है। इन सभी प्रणालियों के कारण निचले स्तरों पर अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाएं आपस में मिल रही हैं।

उपरोक्त सभी मौसमी गतिविधियों के चलते आज, यानी दो अप्रैल, 2025 को दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक तथा केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ भारी बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 70 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने के आसार हैं। आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बिजली चमकने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, दो अप्रैल, 2025 को छत्तीसगढ़, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात और ओलावृष्टि होने का अंदेशा जताया गया है

आज, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ ओले पड़ने की आशंका जताई गई है।
आज, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ ओले पड़ने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक आज, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ ओले पड़ने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, झारखंड, ओडिशा, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।

उत्तर भारत में मौसमी बदलाव

मौसम का दोहरा रंग देखने को मिल रहा है, जहां एक ओर दक्षिण में बारिश,ओले गिरने और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की गई है, वहीं दूसरी ओर उत्तर भारत में पारा लगातार छलांगें मार रहा है इसके चलते गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदल गया है। दिल्ली-एनसीआर में बीते दिन तापमान में इजाफा देखा गया। आज, यानी दो अप्रैल, 2025 को अधिकतम तापमान में दो डिग्री से अधिक की बढ़ोतरी हो सकती है। तापमान में इसी तरह बढ़ोतरी जारी रही तो अगले चार से पांच दिनों में यह 40 डिग्री तक पहुंचन सकता है।

आज भी दिल्ली में मौसम के शुष्क बने रहने तथा तेज धूप रहने का अनुमान है जिसके चलते आज अधिकतम और न्यूतम तापमान में एक बार फिर इजाफा हो सकता है। आज अधिकतम तापमान के 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

वहीं उत्तराखंड में मौसमी बदलाव की बात करें तो यहां गर्मी सितम ढाने लगी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक गर्मी से तप रहे हैं। राज्य के अधिकतर इलाकों में पारा लगातार चढ़ रहा है। तापमान ऐसे ही बढ़ता रहा तो अप्रैल के महीने में इस बार गर्मी का प्रचंड प्रकोप तथा हीटवेव या लू से लोगों का जीना मुहाल हो सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, मार्च के महीने में प्रदेश में बारिश सामान्य से पांच फीसदी अधिक हुई है, इसके बावजूद भी गर्मी सितम ढा रही है।

हालांकि मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि तीन अप्रैल, 2025 से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी इलाकों के मौसम में बदलाव करने का पूर्वानुमान है, जिसके चलते इन हिस्सों में गर्मी से मामूली राहत मिल सकती है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में पारे में उतार-चढ़ाव संबंधी मौसम विभाग का पूर्वानुमान देखें तो अगले छह दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में धीरे-धीरे अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। जबकि अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत और महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट और उसके बाद के चार दिनों के दौरान दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग की मानें तो अगले चार दिनों के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की कमी आने की संभावना जताई गई है। वहीं अगले छह दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, एक अप्रैल, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ के सुरेंद्रनगर में अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)

कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?

सौराष्ट्र और कच्छ में लगातार हीटवेव या लू चल रही है इसी क्रम में आज, यानी दो अप्रैल, 2025 को भी यहां के कुछ हिस्सों में लू की गतिविधि के जारी रहने के आसार हैं। पांच से सात अप्रैल के दौरान पश्चिमी राजस्थान में गर्म हवाएं चलने की आशंका जताई गई है

मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि दो और तीन अप्रैल को त्रिपुरा के कुछ हिस्सों, तीन से पांच अप्रैल के दौरान असम में तथा तीन से सात अप्रैल के दौरान गुजरात में गर्म और उमस भरे मौसम से लोगों को छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं

सौराष्ट्र और कच्छ में लगातार हीटवेव या लू चल रही है इसी क्रम में आज, यानी दो अप्रैल, 2025 को भी यहां के कुछ हिस्सों में लू की गतिविधि के जारी रहने के आसार हैं।
सौराष्ट्र और कच्छ में लगातार हीटवेव या लू चल रही है इसी क्रम में आज, यानी दो अप्रैल, 2025 को भी यहां के कुछ हिस्सों में लू की गतिविधि के जारी रहने के आसार हैं। फोटो साभार: सीएसई

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?

कल, एक अप्रैल को ओडिशा, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी। कल, केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम में 10 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई।

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