बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट, जानें अन्य राज्यों का हाल

पश्चिमी विक्षोभ ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है, यह मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में सक्रिय हो गया है।
अगले तीन से चार दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम होने का अनुमान लगाया गया।
अगले तीन से चार दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम होने का अनुमान लगाया गया।
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मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और इससे सटे इलाकों पर बना चक्रवाती प्रसार, यानी हवाओं का दबाव अब दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों पर बन गया है। दूसरी ओर दक्षिण गुजरात से उत्तर-पश्चिम बिहार तक दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश पर बना चक्रवाती प्रसार हवाओं के एक ट्रफ के रूप में जारी है। कुल मिलाकर मौसम संबंधी इन गतिविधियों के कारण अगले तीन दिनों के दौरान पश्चिमी भारत के कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।

आज, यानी 28 सितंबर को मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश व बिजली गिरने के आसार जताए गए हैं। इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

हवाओं के दबाव का असर मध्य भारत पर भी दिखेगा यहां अगले तीन दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि आज, 28 सितंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली चमकने के साथ जमकर बरस सकते हैं बादल, यहां सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलावों की बात करें तो पूर्वोत्तर असम और इससे सटे इलाकों पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है। इसकी वजह से अगले चार दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं आज, 28 सितंबर को बिहार के कुछ हिस्सों में भारी से लेकर बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 12 सेमी या (120 मिमी) से अधिक पानी गिर सकता है।

पश्चिमी विक्षोभ ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है, यह मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में सक्रिय हो गया है। इसकी वजह से उत्तर-पश्चिम भारत के पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं, अगले दो दिनों के दौरान उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

अगले तीन से चार दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम होने का अनुमान लगाया गया। आज, यानी 28 सितंबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में वज्रपात के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन हिस्सों में बादलों के 12 सेमी या (120 मिमी) से अधिक बरसने के आसार हैं।

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में मौसमी बदलाव देखें तो इस सप्ताह के दौरान केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं, 28 और 29 सितंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकता है पानी।

मौसम विभाग के मुताबिक, मन्नार की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों तथा सोमालिया तट के पास तथा पश्चिम-मध्य अरब सागर के कुछ इलाकों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 65 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। तूफानी मौसम को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करें।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी रेखा फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, डीसा, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ से होकर गुजर रही है, इन हिस्सों से धीरे -धीरे मॉनसून की विदाई शुरू हो गई है।

स्रोत: आईएमडी

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के पोखरण में अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में ओडिशा के कोरापुट में न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 27 सितंबर को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, छत्तीसगढ़, झारखंड के कई इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पंजाब, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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