आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी में भारी बारिश का अलर्ट, जानें कहां कितने बरसेंगे बादल

अगले 24 घंटों के दौरान पूरे देश के शेष हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई हो सकती हैं।
आज, केरल और माहे, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां बादलों के 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बरसने के आसार हैं।
आज, केरल और माहे, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां बादलों के 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बरसने के आसार हैं।
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मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र कल, यानी 14 अक्टूबर को रात 11:30 बजे इसी इलाके में बना रहा। आज, यानी 15 अक्टूबर की सुबह तक इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में बदलने के आसार हैं।

इसके बाद, इसके डिप्रेशन में तब्दील होकर और तेज होने और अगले दो दिनों के दौरान उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है।

कम दबाव के डिप्रेशन में बदलने की मौसमी गतिविधि के चलते इस सप्ताह भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के केरल और माहे, लक्षद्वीप, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा में वज्रपात होने, तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा। आने वाले तीन दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बादल बरसेंगे।

वहीं, अगले चार दिनों के दौरान उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ बारिश होगी तथा बिजली गिरने के भी आसार जताए गए हैं

तूफानी गतिविधि को देखते हुए आज, दक्षिणी प्रायद्वीप के तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 20 सेमी (200 मिमी) से अधिक बारिश हो सकती है।

वहीं आज, केरल और माहे, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां बादलों के 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बरसने के आसार हैं।

कल, यानी 14 अक्टूबर को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, इन हिस्सों में 120 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई।

मौसम विभाग की मानें तो पश्चिम और मध्य भारत पर भी तूफानी गतिविधि का असर दिख सकता है। अगले दो दिनों के दौरान कोंकण और गोवा तथा गुजरात के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस हफ्ते मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में भी हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।

जबकि आज, 15 अक्टूबर को कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) से अधिक बरस सकते हैं बादल।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि पूर्वोत्तर, उत्तर-पश्चिम भारत और पूर्वी भारत में इस सप्ताह के दौरान भारी बारिश होने की संभावना नहीं है, यानी कि यहां मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान है।

उत्तर भारत के कई हिस्सों में ठंड ने दस्तक दे दी है, यहां सुबह और रात को पारा गिरने लगा है, जबकि कुछ हिस्सों खासकर मैदानी इलाकों में पारा अभी भी छलांगे मार रहा है। आज भी देश की राजधानी में अधिकतम तापमान के 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

कम दबाव व डिप्रेशन के चलते समुद्री इलाकों में भारी हलचल रहेगी। आज, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट के साथ-साथ, तमिलनाडु, दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों, पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से चार दिनों के दौरान पूरे देश के शेष हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई हो सकती हैं।

पूर्वोत्तर मॉनसून 2024 की गतिविधि

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हवाओं का चलना जारी है, भारत के दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीप के इलाकों में पूर्वोत्तर मॉनसूनी बारिश संबंधी गतिविधि शुरू होने की संभावना है।

स्रोत: आईएमडी

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के श्री गंगानगर में अधिकतम तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 14 अक्टूबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अधिकतर हिस्सों, केरल और माहे के कई इलाकों, मध्य प्रदेश, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ, तटीय कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तटीय कर्नाटक और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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