महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व मराठवाड़ा में गिर सकते हैं ओले, सात राज्यों में भारी बारिश
राजस्थान और इससे सटे इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। इस तरह की मौसमी गतिविधि के चलते सात से 12 मई, 2025 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 40 से 60 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश व वज्रपात होने होने के आसार हैं।
वहीं आज, सात मई, 2025 को उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो उत्तर भारत के मैदानी इलाकों पर भी पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रसार का प्रभाव पड़ेगा। विभाग ने कहा है कि सात से 12 मई के दौरान पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में बिजली कड़कने, 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना है।
आज, पूर्वी राजस्थान में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 70 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने तथा साथ ही भारी बारिश होने के भी आसार जताए गए हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के अनुसार, आज सात मई को कोंकण और गोवा में, आठ मई को मराठवाड़ा में और नौ मई को गुजरात में बिजली गिरने तथा 60 किमी प्रति घंटे की गति तक की तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है। जबकि सात और आठ मई को गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 115 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
आज, सात मई, 2025 को मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के अलग-अलग इलाकों में ओले गिरने का अंदेशा जताया गया है। वहीं कल, छह मई को सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई।
पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम?
पूर्व-पश्चिमी हवाओं का ट्रफ अब दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास के इलाकों में बने चक्रवाती प्रसार से उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ होते हुए उत्तरी झारखंड तक फैल गया है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधि के चलते सात से 10 मई के दौरान विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश व वज्रपात होने के आसार हैं। वहीं आज, सात मई, 2025 को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा और बिहार में 50 किमी प्रति घंटे तक की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज सात मई को पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 70 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं। जबकि आज, मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में ओलावृष्टि होने की भी आशंका जताई गई है।
पूर्वोत्तर भारत में किस तरह का होगा मौसमी बदलाव?
पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। जिसकी वजह से अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में बिजली कड़कने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे से लेकर 50 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक, सात,10 और 11 मई, 2025 को अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों तथा सात से 11 मई के दौरान असम और मेघालय में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 115 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि दक्षिण तेलंगाना और उसके आसपास के इलाकों में चक्रवाती प्रसार बना हुआ है, यह रायलसीमा और तमिलनाडु होते हुए मन्नार की खाड़ी तक उत्तर-दक्षिणी हवाओं के ट्रफ में तब्दील हो गया है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, सात मई, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में 50 किमी प्रति घंटे की गति तक की तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की से मध्यम बारिश व वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
विभाग ने कहा है कि सात से 10 मई के दौरान केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तेलंगाना में तूफानी हवाओं के साथ बिजली कड़कने तथा हल्की से माध्यम बारिश के दौर के जारी रहने के आसार हैं।
वहीं आज, सात मई को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में और नौ व 10 मई को केरल और माहे के कुछ हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है, यहां बादलों के 115 मिमी या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की गतिविधि जारी है इसके चलते अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद अगले पांच दिनों तक इसमें धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में भी कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद अगले चार दिनों तक इसमें दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद अगले दो दिनों तक इसमें तीन से पांच डिग्री सेल्सियस का उछाल आ सकता है।
अगले चार से पांच दिनों के दौरान गुजरात में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। वहीं, अगले दो दिनों के दौरान महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, छह मई, 2025 को रायलसीमा के नांदयाल में अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी मध्य प्रदेश के राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आठ से 12 मई के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में, नौ से 12 मई के दौरान बिहार और ओडिशा में, 10 से 12 मई के दौरान झारखंड में गर्म हवाएं चलने का अंदेशा जताया गया है।
सात और आठ मई, 2025 के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में तथा सात मई को केरल और माहे में गर्म और उमस भरे मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून में हलचल
मौसम विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 13 मई, 2025 के आसपास दक्षिणी अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ने की बहुत ज्यादा संभावना है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, छह मई को असम और मेघालय के कई इलाकों, गुजरात, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, छह मई को सौराष्ट्र और कच्छ के भावनगर में 9 सेमी, महुवा में 8 सेमी, अमरेली में 6 सेमी, राजकोट में 3 सेमी, तेलंगाना के खम्मम में 3 सेमी, मिजोरम के लेंगपुई में 3 सेमी,पूर्वी राजस्थान के उदयपुर में 2 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार में 2 सेमी, असम और मेघालय के उत्तरी लखीमपुर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।