गुजरात तथा महाराष्ट्र के कई हिस्सों में कल से भारी बारिश का दौर जारी है, यहां जलभराव के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वली मुंबई में भारी बारिश के चलते आज स्कूलों में अवकाश घोषित किए जाने की खबर है। पटरियों में जलभराव के कारण मुंबई की जीवन रेखा मानी जाने वाली लोकल ट्रेन पर भी असर पड़ा है।
वहीं कल, ओडिशा, कोंकण और गोवा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भी भारी बारिश देखने को मिली जिसके कारण इनमें से कुछ राज्यों में जलजमाव व बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
मौसम विभाग ने इस भारी बारिश के पीछे विदर्भ और उसके आस-पास के इलाकों में बने चक्रवाती प्रसार को जिम्मेवार ठहराया है। साथ ही मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि विदर्भ के ऊपर बने चक्रवाती प्रसार के पार उत्तर कोंकण से दक्षिण बांग्लादेश तक एक हवाओं का ट्रफ जारी है। जिसके चलते आज भी कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 20 सेमी (200 मिमी) से अधिक बरस सकते हैं बादल।
मौसम संबंधी इन गतिविधियों का प्रभाव आज, बिहार, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में भी दिखाई देगा, यहां भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार जताए गए हैं, इन राज्यों में 12 सेमी (120 मिमी) से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
साथ ही आज, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मराठवाड़ा, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश हो सकती है, इन सभी राज्यों में बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।
मौसम विभाग की मानें तो चक्रवाती प्रसार की वजह से आज तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने का भी पूर्वानुमान लगाया गया है।
वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं।
जबकि, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, गुजरात, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा में भी तेज हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
बंगाल की खाड़ी समेत कई समुद्री हिस्सों में हलचल जारी है, जिसके कारण आज उत्तरी महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात के तटों, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट के आस-पास, दक्षिण और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों, उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे ओडिशा के तटों 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों तथा सोमालिया तट के आस-पास और पश्चिम-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 65 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। तूफानी मौसम को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को सुझाव दिया है कि वे इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करें।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की रेखा फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, डीसा, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ से होकर गुजर रही है, यानी इन हिस्सों से धीरे-धीरे मॉनसून की विदाई हो सकती है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के मंडला में न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 24 सितंबर को पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक के कई इलाकों, केरल और माहे, असम और मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, गुजरात, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना और लक्षद्वीप में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।