
🔴 रेड अलर्ट (ओडिशा) – कुछ हिस्सों में 204.5 मिमी से अधिक, भीषण बारिश के आसार, समुद्र में ऊंची लहरों का खतरा।
🟠 ऑरेंज अलर्ट (छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना) – 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी से बहुत भारी बारिश और तेज हवाओं का पूर्वानुमान।
🟡 येलो अलर्ट (कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी आदि) – 64.5 से 115.5 मिमी तक गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना।
🌪️ तेज हवाएं और बिजली गिरने का खतरा – तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार में 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं, बिहार, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर में वज्रपात की आशंका।
भारत में इस समय मौसम के दो अलग-अलग रूप दिखाई दे रहे हैं। एक तरफ उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी राज्यों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी जारी है, वहीं दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र से पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश और तूफानी हवाओं का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने आज सुबह, यानी 26 सितंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कई राज्यों में बारिश, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
उत्तर भारत में मानसून की विदाई
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की वापसी की रेखा इस समय हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों तक पहुंच चुकी है। अगले दो दिनों में मानसून राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और गुजरात से पूरी तरह चला जाएगा। साथ ही, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों से भी बारिश लगभग थम जाएगी। इसका मतलब है कि उत्तर और पश्चिम भारत में अब धीरे-धीरे ठंडी हवाएं चलनी शुरू होंगी और बारिश का असर कम हो जाएगा।
बंगाल की खाड़ी में नया दबाव का क्षेत्र
दूसरी तरफ, बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नई मौसम संबंधी गतिविधि जारी है। यहां ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा मौजूद है। इसी कारण 25 सितम्बर की शाम को खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) बना हुआ है। यह तेजी से मजबूत होकर डिप्रेशन का रूप ले रहा है। अनुमान है कि आज, 26 सितम्बर को यह और गहरा जाएगा और 27 सितम्बर की सुबह यह दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराएगा।
इससे इन राज्यों में अगले दो-तीन दिनों तक भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने का खतरा है। तटीय इलाकों में समुद्र भी उफान पर रहेगा।
कहां होगी भारी बारिश?
इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 26 सितंबर, 2025 को कई राज्यों में बारिश होने के आसार हैं। विभाग की मानें तो आज, ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भीषण बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है। विभाग ने यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
वहीं आज, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। इन राज्यों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बादल बरस सकते हैं।
वहीं आज, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, महाराष्ट्र, गोवा, रायलसीमा और तमिलनाडु तथा पुडुचेरी में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। विभाग ने यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरसने का अनुमान लगाया गया है।
कहां-कहां है आंधी-तूफान व बिजली गिरने की आशंका?
देश के कुछ हिस्सों में बरसात के साथ-साथ तेज हवाएं चलने और बिजली गिरने का भी अंदेशा जताया गया है। इन राज्यों में तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीप शामिल हैं, जहां 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा वज्रपात होने का आसार हैं।
वहीं आज, 26 सितंबर, 2025 को बिहार, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, केरल और लक्षद्वीप में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने, बिजली गिरने तथा बौछारें पड़ने के आसार हैं।
विभाग की मानें तो आज, असम और मेघालय, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर राज्यों में गरज के साथ बौछारें पड़ने और वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
मछुआरों और किसानों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने साफ कहा है कि आंध्र प्रदेश, ओडिशा और बंगाल की खाड़ी से जुड़े समुद्री इलाकों में मछुआरे अगले दो-तीन दिन तक समुद्र में न जाएं। ऊंची लहरें और तूफानी हवाएं उनके लिए खतरनाक हो सकती हैं।
किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें। बिजली गिरने की घटनाओं से बचने के लिए लोगों को खुले मैदान, पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर, 26 और 27 सितंबर को भारत के पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में बारिश का दौर तेज रहेगा। तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा में बहुत भारी बारिश और तूफानी हवाओं के सबसे अधिक आसार हैं। दूसरी ओर, उत्तर और पश्चिम भारत में धीरे-धीरे मानसून विदाई ले रहा है और मौसम बदलने की शुरुआत हो चुकी है। आने वाले दिनों में यहां दिन गर्म और रातें ठंडी महसूस होंगी।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 25 सितंबर, 2025 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के जेऊर में न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 25 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, केरल और माहे, तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, विदर्भ और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, ओडिशा, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा तथा गुजरात के कई इलाकों में में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 25 सितंबर, 2025 को केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम 12 सेमी, तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे में 11 सेमी, अलाप्पुझा अकारादी, एर्नाकुलम और नारीमंगलम प्रत्येक जगह 10 सेमी, सेंगुलम बांध, पथानामथिट्टा प्रत्येक जगह 8 सेमी, पुनालुर में 6 सेमी, कोझिकोड में 3 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश रीवा में 11 सेमी, मंडला में 4 सेमी, सीधी में 2 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिण अंडमान शहीद द्वीप में 8 सेमी, पोर्ट ब्लेयर, अंडमान और मायाबंदर प्रत्येक जगह 6 सेमी, कार निकोबार में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कन्याकुमारी, कन्याकुमारी नेय्यूर प्रत्येक जगह 7 सेमी, तिरुचिरापल्ली मानापराई और कुड्डालोर प्रत्येक जगह 6 सेमी, पांडिचेरी और कन्याकुमारी प्रत्येक जगह 4 सेमी, तिरुचिरापल्ली और मदुरै प्रत्येक जगह 3 सेमी, विदर्भ के चंद्रपुर में 3 सेमी, तेलंगाना के हनमकोंडा में 3 सेमी, निजामाबाद और रामागुंडम प्रत्येक जगह 3 सेमी, आदिलाबाद में 2 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के चुर्क में 2 सेमी, ओडिशा के भुवनेश्वर-कटक और चंद्रबली प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।