पश्चिमी विक्षोभ के चलते जम्मू व कश्मीर में भारी बारिश-बर्फबारी, गुजरात, कोंकण-गोवा में हीटवेव

15 मार्च, 2025 तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश व बर्फबारी तथा वज्रपात होने के आसार जताए गए हैं
आज, यानी 10 मार्च, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में भारी बारिश व जमकर बर्फबारी होने के आसार जताए गए हैं
आज, यानी 10 मार्च, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में भारी बारिश व जमकर बर्फबारी होने के आसार जताए गए हैं
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एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी ईरान और उसके आसपास के इलाकों के निचले से ऊपरी स्तरों पर चक्रवाती प्रसार के रूप में सक्रिय हो गया है। इसके धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ने और 10 से 12 मार्च के दौरान पश्चिमी हिमालयी राज्यों के मौसम में बदलाव करने का पूर्वानुमान है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, यानी 10 मार्च, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में भारी बारिशजमकर बर्फबारी होने के आसार जताए गए हैं, इन राज्यों में 70 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

मौसम विभाग की मानें तो 15 मार्च, 2025 तक जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में हल्की से मध्यम बारिश व बर्फबारी तथा बिजली गिरने के दौर के जारी रहने की आशंका है। इसी दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश व बर्फबारी तथा वज्रपात के आसार जताए गए हैं

भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है, विभाग ने कहा है कि सड़कों पर बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव और मुख्य रूप से शहरी इलाकों में अंडरपास बंद हो सकते हैं। भारी बारिश की वजह से दृश्यता में कमी आने के आसार भी जताए गए हैं।

सड़कों पर जलभराव के कारण प्रमुख शहरों में यातायात में व्यवधान पड़ सकता है, जिससे यात्रा का समय बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने कहा है कि कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान पहुंच सकता है।

कमजोर संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है, स्थानीय स्तर पर भूस्खलन व मिट्टी के धंसने के आसार हैं। भारी बारिश से आने वाली बाढ़ के कारण कुछ इलाकों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान होने का भी अंदेशा जताया गया है।

पूर्वोत्तर भारत में भी बदलेगा मौसम

पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव संबंधी विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पूर्वोत्तर बांग्लादेश के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है। इसके कारण

11 से 15 मार्च, 2025 के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बिजली गिरने, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश व बर्फबारी होने का अनुमान लगाया गया है।

जबकि 11 से 13 मार्च के दौरान अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 70 मिमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है। अगले एक हफ्ते के दौरान सिक्किम में भी हल्की से मध्यम बारिश व बर्फबारी के दौर के जारी रहने की संभावना है।

दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव

दक्षिण भारत में पूर्वी लहरों की गतिविधि जारी है, इनकी वजह से 10 से 11 मार्च को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में तथा 11 और 12 मार्च को लक्षद्वीप में गरज से बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। वहीं, 11 से 13 मार्च के दौरान केरल और माहे, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में वज्रपात होने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है।

11 मार्च को दक्षिण तमिलनाडु में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां 204 मिमी से अधिक बारिश होने की आशंका जताई गई है। वहीं, 11 और 12 मार्च को केरल और माहे में जमकर बरसेंगे बादल, यहां बादलों के 70 मिमी या उससे अधिक बरसने का अनुमान है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के आसार हैं। वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान मध्य भारत और महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और पूर्वी भारत में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की उछाल आने का अनुमान है।

अगले चार दिनों के दौरान गुजरात में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस वृद्धि हो सकती है। वहीं अगले तीन दिनों के दौरान भारत के उत्तरी प्रायद्वीप में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, सौराष्ट्र और कच्छ के राजकोट में अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस रहा।

स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)

कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?

मौसम विभाग के अनुसार, 10 और 11 मार्च को कोंकण और गोवा में तथा 10 मार्च को तटीय कर्नाटक में गर्म और उमस भरे मौसम के रहने के आसार हैं। वहीं 10 से 12 मार्च के दौरान गुजरात में तथा 10 मार्च को कोंकण एवं गोवा में लोगों को हीटवेव व लू से राहत मिलने के आसार नहीं हैं

हीटवेव के चलते मौसम विभाग ने गुजरात के किसानों को अपने सुझाव में खड़ी फसलों, सब्जियों और बागों को गर्मी से बचाने के लिए शाम के समय हल्की और लगातार सिंचाई करने को कहा है।

लू और अत्यधिक तापमान के असर को कम करने के लिए पोल्ट्री शेड की छत को घास से ढकने का सुझाव दिया गया है। पशुओं को स्वच्छ, स्वास्थ्यकर और भरपूर मात्रा में पीने का पानी भी उपलब्ध करने को कहा गया है

बढ़ते तापमान के चलते कमजोर लोगों जैसे कि शिशुओं, बुजुर्गों, पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए समस्या हो सकती है। विभाग ने गर्मी के संपर्क में आने से बचने का सुझाव दिया गया है। लोगों को हल्के, हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहने, व सिर को ढकने, कपड़े, टोपी या छाते का उपयोग करने को कहा गया है।

10 से 12 मार्च के दौरान गुजरात में तथा 10 मार्च को कोंकण एवं गोवा में लोगों को हीटवेव व लू से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
10 से 12 मार्च के दौरान गुजरात में तथा 10 मार्च को कोंकण एवं गोवा में लोगों को हीटवेव व लू से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।फोटो साभार: आईस्टॉक

समुद्र में हलचल

आज, यानी 10 मार्च को पूर्वोत्तर भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से परहेज करने को कहा गया है।

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