बारिश व बर्फबारी के कारण गिरा पारा, बढ़ी ठिठुरन, जानें कहां चलेगी शीत लहर, कहां होगी बारिश

जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया जा रहा है।
भारी बर्फबारी की वजह से हिमाचल प्रदेश में 200 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं।
भारी बर्फबारी की वजह से हिमाचल प्रदेश में 200 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं।फोटो साभार: आईस्टॉक
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उत्तर के पहाड़ी राज्यों में हो रही बारिश और बर्फबारी ने तापमान घटाने के साथ-साथ सर्दी का प्रकोप भी बढ़ा दिया है। जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। वहीं हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में जमकर हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठिठुरन में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, यहां न्यूनतम तापमान दो से छह डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है।

जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया जा रहा है।

उत्तर-पश्चिम भारत, बिहार और झारखंड में न्यूनतम तापमान छह से 12 डिग्री सेल्सियस तथा मध्य और पश्चिम भारत के कई इलाकों में यह 12 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है।

वहीं, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान में दो से पांच डिग्री की वृद्धि हुई है, जबकि महाराष्ट्र और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। राजस्थान और गुजरात के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान दो से पांच डिग्री की गिरावट देखी गई है।

सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से माइनस एक डिग्री से माइनस तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तमिलनाडु के टोंडी में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के पटियाला में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में पिछले दो दिन से हो रही बारिश और बर्फबारी के बाद आज यहां के अधिकतर इलाकों में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। उत्तराखंड के चमोली जिले के औली, देहरादून के मसूरी और चकराता के साथ ही उत्तरकाशी के हर्षिल, केदरकांठा में ठीक-ठाक बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। यहां दिन के समय एक बार फिर से मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है।

हालांकि 26 दिसंबर से एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पश्चिमी हिमालयी इलाकों समेत राज्य में हफ्ते के आखिर में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदल सकता है। कुछ हिस्सों में बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में भारी हिमपात हो सकता है

वहीं, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू और कश्मीर में भारी बर्फबारी का दौर जारी है, कई इलाके बर्फ की चादर से ढक गए हैं। हिमाचल के शिमला और मनाली में लोग सफेद क्रिसमस मना रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारी बर्फबारी की वजह से हिमाचल प्रदेश में 200 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में पाले से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

कहां-कहां रहेगा शीतलहर का सितम

आज और कल हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भयंकर शीत लहर का सितम जारी रहने का पूर्वानुमान है। वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में लोगों का शीत लहर से दो चार होना पड़ सकता है।

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

अगले कुछ दिनों तक राजस्थान और बिहार के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। 27 दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

कोहरे की वजह से आज सुबह हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिमी राजस्थान के सूरतगढ़ में दृश्यता शून्य मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिंडन में दृश्यता शून्य मीटर, बरेली और सरसावा में दृश्यता 200 मीटर, दिल्ली के पालम और सफदरजंग हर जगह दृश्यता 100 मीटर, पंजाब के अमृतसर में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिम मध्य प्रदेश के भोपाल में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बख्शी का तालाब में दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।

दक्षिण भारत में कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण आंध्र प्रदेश-उत्तरी तमिलनाडु के तटों , दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव का क्षेत्र आज, 25 दिसंबर को सुबह 05:30 बजे उसी क्षेत्र में बना रहा। इसके अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे उसी इलाके में कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर पड़ने की संभावना है।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों के चलते आज, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है। वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है

समुद्र में हलचल

कम दबाव के चलते आज, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे इलाकों, दक्षिणी आंध्र प्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 24 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कई इलाकों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, रायलसीमा, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 24 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के भुंतर में 1 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के रेंटाचिन्ताला में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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