भारी बारिश के चलते कई इलाकों में अचानक बाढ़, पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन का खतरा

भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों में अचानक बाढ़ व भूस्खलन का अंदेशा जताया गया है।
आज, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, तेलंगाना, उत्तराखंड और विदर्भ में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
आज, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, तेलंगाना, उत्तराखंड और विदर्भ में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
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देश के कई इलाकों में सात जुलाई, यानी सोमवार को भारी बारिश दर्ज की गई। जहां बारिश ने गर्मी से कुछ राहत दिलाई वहीं जलभराव होने से लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। जलभराव की वजह से कुछ हिस्सों में यातायात में बाधा पहुंची।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सात जुलाई की सुबह हुई बारिश से तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की गई। तो वही आज, आठ जुलाई, 2025 को मौसम विभाग के द्वारा दिल्ली समेत कई राज्यों के लिए येलो अलर्ट जबकि कुछ राज्यों के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

विभाग के अनुसार, कल सात जुलाई को दिल्ली का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कल हवा में नमी का स्तर लगभग 57 फीसदी रहा। वहीं आज दिल्ली में अधिकतम तापमान के 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, सात जुलाई को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कई तरह की मौसमी गतिविधियों का जिक्र किया है। जिसमें दक्षिण-पश्चिम पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों पर कम दबाव के क्षेत्र बनाना शामिल है। वहीं, 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उष्णकटिबंधीय पूर्वी जेट मध्य आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तरी महाराष्ट्र से होते हुए उत्तर की ओर बढ़ रही हैं। जबकि मानसून की ट्रफ कम दबाव के इलाकों से होकर गुजर रही है।

इन सभी मौसमी गतिविधियों के चलते आज, आठ जुलाई, 2025 को छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, तेलंगाना, उत्तराखंड और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में बिजली कड़कने तथा तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, असम और मेघालय, तटीय कर्नाटक, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाके, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, झारखंड, केरल और माहे, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाएं चलने, बादलों के जमकर बरसने तथा बिजली गिरने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, आज, आठ जुलाई, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी राजस्थान अरुणाचल प्रदेश,तटीय आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तेलंगाना तथा उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग ने आज मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में भयंकर तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने का अंदेशा जताया है।

इन राज्यों में अचानक बाढ़ से सावधान

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख के कुपवाड़ा, पुंछ, मीरपुर, राजौरी, रियासी, उधमपुर, डोडा और कठुआ जिलों में जलभराव या अचानक बाढ़ आने का खतरा है।

वहीं इसी दौरान भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश के चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों में भूस्खलन तथा अचानक बाढ़ का अंदेशा जताया गया है।

विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड के उत्तरकाशी, देहरादून, हरिद्वार, बागेश्वर,अल्मोड़ा,चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ, रूद्रप्रयाग, नैनीताल, चपावत, उधम सिंह नगर और टेहरी गढ़वाल जैसे जिलों में अचनाक बाढ़ आने, जलभराव तथा भूस्खलन का खतरा है

अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत के असम और मेघालय के पश्चिमी खासी हिल्स, पूर्वी खासी हिल्स, जयंतिया हिल्स, एनसी हिल्स, कछार और करीमगंज जिलों में अचानक बाढ़ आने की आशंका है।

इसी दौरान नागालैंड के पेरेन, दीमापुर, कोहिमा, फेक, किफिरे, मोन, वोखा, मोकोचुंग, लॉन्गलेंग, तुएनसांग और जुन्हेबोटो जिलों, मणिपुर के इंफाल पूर्व, चुरचांदपुर, चंदेल, थौबल, बिष्णुपुर, तमेंगलोंग, उखरुल और सेनापति जिलों तथा अरुणाचल प्रदेश के तिरप, चांगलांग और लोहित जिलों में भी अचनाक बाढ़ आने, जलभराव तथा भूस्खलन के खतरे का अंदेशा जताया गया है।

वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, पूर्वी मेदनीपुर, नादिया, हुगली, बांकुरा, पश्चिम मेदनीपुर, सरायकेला और पुरुलिया जिलों में भी भारी बारिश के चलते अचानक बाढ़ आने के आसार जताए गए हैं।

इसी दौरान ओडिशा के झारसुगुड़ा, ढेंकेनाल, बौडा, जाजापुर, केंदुझार, मयूरभंज, बारागढ़, बालेश्वर, सुबरनपुर, सुंदरगढ़, संबलपुर और देवगढ़ जिलों में जलभराव व अचानक बाढ़ की आशंका है

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान झारखंड के गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा, लातेहार, खूंटी, पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, रामगढ़, बोकारा, धनबाद, गढ़वा, हज़ारीबाग और रांची जिलों में बाढ़ आने का खतरा है।

इसी दौरान, छत्तीसगढ़ के कोरबा, सरगुजा, बिलासपुर, मुंगेली, कवर्धा, जशपुर, राजगढ़, महासमुंद, कोरिया और बलरामपुर जिलों में अचनाक बाढ़ आने तथा जलभराव का अंदेशा जताया गया है।

अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के शहडोल, उमरिया, अन्नुपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सतना, कटनी, सागर, छिंदवाड़ा, नरसिम्हापुरा और उमरिया जिले में अचानक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है। इसी दौरान पश्चिमी मध्य प्रदेश के बैतूल, होशंगाबाद, रायसेन, सीहोर, विदेश, अशोकनगर और भोपाल जिलों में भारी बारिश के चलते जलभराव व अचनाक बाढ़ आने का खतरा है।

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