कोहरे के चलते पंजाब के कुछ हिस्सों में दृश्यता शून्य, कहां रहेगा सर्दी का सितम, यहां जानें

अगले साल छह जनवरी से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव करने के आसार जताए गए हैं।
आज, 30 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों और राजस्थान में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा देखा गया।
आज, 30 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों और राजस्थान में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा देखा गया।
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देश के कई हिस्सों में बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का दौर एक फिर थम गया है, मौसम शुष्क हो गया है लेकिन तापमान में भारी गिरावट के चलते सर्दी का प्रकोप जारी है। वहीं मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में जारी है। इसके कारण एक बार फिर एक से चार जनवरी 2025 तक पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश तथा बर्फबारी का दौर जारी रह सकता है

वहीं उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी पर पश्चिमी विक्षोभ का भारी असर देखने को मिला, यहां 28 दिसंबर को 24 घंटे के भीतर हुई भारी बारिश ने दिसंबर में एक दिन में होने वाली बारिश का 32 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।

28 से 29 दिसंबर की सुबह तक हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में 83 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विज्ञान केंद्र की वेबसाइट में उपलब्ध आंकड़ों की मानें तो जिले के मैदानी इलाकों में इससे पूर्व 25 दिसंबर 1991 को सबसे ज्यादा 75.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।

जबकि अगले साल छह जनवरी से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव करने के आसार जताए गए हैं।

तापमान में उतार-चढ़ाव

विभाग के अनुसार, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में छह से 12 डिग्री, मध्य, पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 12 से 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।

मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों और जम्मू और कश्मीर, लद्दाख तथा पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में तीन से छह डिग्री की गिरावट आई है।

वहीं, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, तटीय कर्नाटक के करवार में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान में चार से छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट और अगले तीन दिनों के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और राजस्थान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।

जबकि अगले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा और अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का पूर्वानुमान है। वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।

कहां-कहां रहेगा शीत लहर का सितम व सर्दी का प्रकोप?

दो जनवरी 2025 तक पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में और 30 दिसंबर से दो जनवरी के दौरान राजस्थान में शीत लहर के प्रकोप के जारी रहने के आसार हैं। वहीं आज, यानी 30 दिसम्बर को पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में लोगों को भारी सर्दी का सितम झेलना पड़ सकता है

कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी

आज, 30 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा तथा चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों और राजस्थान में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा देखा गया। वहीं एक जनवरी तक हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में देर रात से सुबह के समय तक घना कुहासा रहेगा। आज, उत्तर प्रदेश, 30 और 31 दिसंबर को राजस्थान और दो जनवरी तक असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में देर रात से सुबह के समय तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

कुहासे की वजह से आज सुबह पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, आदमपुर हर जगह दृश्यता शून्य मीटर, हलवारा में दृश्यता 200 मीटर, हरियाणा व चंडीगढ़ के अंबाला और चंडीगढ़ हर जगह दृश्यता 200 मीटर, उत्तराखंड के देहरादून में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर में दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी राजस्थान के अजमेर और जयपुर हर जगह दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा और सरसावा हर जगह दृश्यता 200 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कानपुर में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिमी मध्य प्रदेश के ग्वालियर और गुना हर जगह दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 29 दिसंबर अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी। वहीं कल, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के हुट बे में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

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